वेद व्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़ के तहसील लालगंज में अज्ञात कारणों से लगी भयंकर आगजनी मे किसानो का सैकडो बीघा गेहूं की फसल जलकर खाक हो गयी।
वहीं खेतो मे खडे कई पेड भी आगजनी की चपेट मे झुलस गये।
फायर ब्रिग्रेड के सूचना के बावजूद बिलम्ब से पहुंचने पर ग्रामीणों मे गुस्सा भी देखा गया। हालांकि इसके पूर्व ही ग्रामीणों ने किसी तरह आग पर लगभग काबू पा लिया था।
बाद मे फायर ब्रिग्रेड ने भी बची खुची आग को बुझवाया। तहसील के प्रतापरूद्रपुर गांव मे सोमवार को दोपहर बाद अचानक खेतों मे आग लग गयी।
आग की लपट धीरे धीरे बगल के मोठिन तथा सराय लालमती गांव के भी खेतो मे पहुंच गयी। खेतों मे आग की लपटें विकराल देख डरे गांवो के लोग घर छोडकर भागते दिखे।
आगजनी से पीड़ित इन गांवो के बृजलाल मौर्य, सदाशिव मौर्य, राजेन्द्र पटेल, भोला, श्याम नारायण, सरदार प्रजापति, लक्ष्मी नारायण दुबे, नन्हें मौर्या, हरिश्चंद्र यादव, उमाकांत तिवारी, रामऔतार पटेल, बड़के भाय, शोभनाथ, हरिशंकर, नंदलाल दुबे, लक्ष्मी नारायण दुबे, राजेश तिवारी, मुन्ना गौतम, नंदलाल वर्मा, अमृत लाल वर्मा आदि समेत किसानों की गेहूं की फसल जलकर राख हो गयी। आगजनी की सूचना मिलते ही लालगंज कोतवाल कमलेश पाल भारी फोर्स के साथ पहुंचे।
वहीं डायल एक सौ बारह की भी कई गाड़ियां फोर्स के साथ पहुंची। क्षेत्रीय लेखपाल केडी पाण्डेय ने भी मौके पर पहुंचकर पीड़ित किसानो को क्षतिपूर्ति दिलाये जाने का भरोसा दिलाया।
आगजनी से फसल के नुकसान को लेकर गरीब तबके के किसानों के घरो मे कोहराम भी मचा दिखा। पीड़ित किसानों के घरों मे महिलाएं रोती बिलखती देखी गयी।
इधर क्षेत्र के दौरे पर मौजूद पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी को भी ग्रामीणों ने फोन पर आगजनी की जानकारी दी।
प्रमोद तिवारी ने तहसील व पुलिस प्रशासन के अफसरो से फोनिक वार्ता कर सहायता एवं अनुतोष दिलाये जाने को कहा।
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