गोण्डा:जिलाधिकारी डाॅ0 उज्ज्वल कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
बैठक में जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत चलाए जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक में प्रस्तावित एजेंडा के आधार पर यू0पी0एच0एम0आई0एस0 हेल्थ डैशबोर्ड, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, कम्युनिटी प्रोसेस, राष्ट्रीय कार्यक्रम नान कम्युनिकेबल डिजीज, एनसीडी, एनबीसीपी, आरएनटीसीपी, पीएमएमवीवाई, नियमित टीकाकरण, कोविड वैक्सीनेशन, जननी सुरक्षा व मातृ वंदना योजना के तहत भुगतान की स्थिति, आशा इन्सेन्टिव, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी, ओपीडी व आईपीडी की स्थिति, प्राथामिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा सीएचसी पर बेडों की ऑक्यूपेंसी की स्थिति तथा वित्तीय समीक्षा सहित अन्य योजनाओं की जिलाधिकारी द्वारा गहन समीक्षा की गई।
साथ ही कार्य न करने के कारण 229 आशा बहुओं को टर्मीनेशन नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही पुरुष नसबंदी कराने के लिए नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिये गए हैं।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की मंशानुसार जनसामान्य को बेहतर स्वासथ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए सभी सीएचसी अधीक्षक सीएचसी पर निवास करें तथा संस्थागत प्रसव एवं विभिन्न प्रकार के टीकों को समय से लगवाना सुनिश्चित करें।
समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में बभनजोत, झंझरी, मुजेहना, अर्बन गोण्डा, वजीरगंज, आदि जगहों पर कार्यों में सुधार लाया जाय।
जिलाधिकारी ने खराब परफॉरमेंस वाले सीएचसी अधीक्षकों को निर्देश दिए कि वे एक सप्ताह में अपने सं संबंधित कार्यक्रमों में प्रगति लाएं अन्यथा उनके द्वारा कठोर एक्शन लिया जाएगा।
अंधता निवारण कार्यक्रम की समीक्षा में उन्होंने निर्देश दिए कि आंखों की जांच कराने के लिए कैम्प आयोजित कराएं जाएं तथा जरूरतमंदों को निःशुल्क चश्मे का वितरण कराया जाय।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार, सीएमओ• डॉक्टर आरएस• केसरी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एपी सिंह, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल, सीएमएस महिला अस्पताल डा• सुषमा सिंह, डीसीपीएम डा• आरपी सिंह सहित डब्ल्यू•एच•ओ• यूनिसेफ के अधिकारी एवं समस्त सी•एच•सी• अधीक्षक तथा अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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