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धौरहरा में एनएच 730 पर रोड़वेज बस व ट्रक की हुई टक्कर,चालक परिचालक समेत पांच लोगों की हुई मौत,20 घायल



कमलेश

धौरहरा-लखीमपुरखीरी:एनएच 730 पर थाना ईसानगर क्षेत्र  के भरेठा के पास धौरहरा से आ रही रोडवेज बस की टक्कर लखीमपुर से जा रही ट्रक में हो गई जिसमें दो लोगों की मौके पर दबकर मौत हो गई, वहीं दो की सीएचसी खमरिया में तो एक कि मौत जिला अस्पताल में हो गई। 

भीषण दुर्घटना


यही नही लोगों का मानना यह भी है कि करीब 20 लोग घायल हुए जिसमें से अधिकतर डर सहम कर अपने घरों को निकल गए।


 वहीं कुछ अपने नजदीकी अस्पतालों मे जाकर इलाज करवा रहे है तो गंभीर रूप से घायलों को नजदीकी सीएचसी भेज दिया गया जहां से गया से डाक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया।



शुक्रवार को धौरहरा से सवारियां भरकर जिला मुख्यालय को चली रोडवेज की अनुबंधित  बस  यूपी 31टी 4456 जो सिसैया चौराहे पर सवारियां भरकर एनएच 730 पर होते हुए लखीमपुर जा रही थी। 

दुर्घटना के बाद पहुची पुलिस


कुछ ही दूरी चलने के बाद करीब 12.30बजे भरेठा गांव के पास उत्तराखण्ड़ से चलकर गोरखपुर जा रही ट्रक यूपी 19 टी 2187 में टकरा गई। 



ट्रक से बस की टकराने के बाद वहां चीखपुकार मच गई। जिसको देख आस पड़ोस के लोगों ने दौड़कर बस में फंसे लोगों को निकालने में मदद कर पुलिस को सूचना दी। 


सूचना पाकर मौके पर पहुचीं पुलिस ने गंभीर रूप से घायलों को सीएचसी खमरिया भेजा जहां दो लोगों ने दम तोड़ दिया वहीं जिला मुख्यालय पर रेफर किये गए प्रभात (22) मनिहार टोला धौरहरा एक 45 अज्ञात महिला व एक पुरुष अश्वकुमार (42) चंदन चौकी, नायब सिंह (35) मैनपुरी परिचालक व राजू जिनमें से नायब सिंह की जिला अस्पताल में मौत हो गई। वहीं  अन्य का इलाज जारी है।



घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुचें उपजिलाधिकारी


घटना की सूचना पाकर निरीक्षक ईसानगर अरविंद कुमार पाण्डेय समेत भारी संख्या में पहुचें पुलिस बल ने घायलों को ग्रामीणों को अस्पताल पहुचाने में मदद की वहीं इस दौरान एसडीएम धीरेन्द्र सिंह मौके पर पहुचकर हालातों पर नजर रखे रहे।



इस दौरान देर सायं ईसानगर पुलिस ने मृतकों की शिनाख्त कर सभी के नामों को सार्वजनिक किया 

1-जमाल पुत्र छोटन्न निवासी सिसैया

2-भालचंद्र मिश्र बस चालक निवासी हरगांव जनपद सीतापुर

3- नायब सिंह निवासी मैनपुरी इटावा बस परिचालक 

4-अवसाफ 32 निवासी कांधला जनपद शामली

5 -सिराजुल 25 निवासी रुद्रपुर उत्तराखंड की मौत हो गई।



पत्नी के साथ जिले पर दवाई लेने जा रहा था जमाल


सिसैया निवासी जमाल पुत्र छोटन्नं काफी दिनों से बीमार था जो शुक्रवार को अपनी पत्नी रेशमा के साथ जिला मुख्यालय पर दवाई लेने के लिए हादसे के कुछ ही देर पहले बस में सिसैया चौराहे से चढ़ा था। 


जिसके कुछ ही मिनटों बाद हादसा हो गया जिसमें जमाल की मौत हो गई वहीं उसकी पत्नी रेशमा की हालत चिंताजनक बनी हुई है। जिसका इलाज जिला मुख्यालय पर जारी है।




धौरहरा क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी की हालत में नहीं है इलाज की सुविधा


धौरहरा क्षेत्र में कहने को तो चार मुख्य सीएचसी  खमरिया,धौरहरा,रमियाबेहड़ व पीएचसी ईसानगर है पर यहाँ जरूरत पड़ने पर अव्यवस्थाओं के चलते गंभीर मरीजों के लिए इलाज संभव नहीं है। 


इन अस्पतालों में एमरजेंसी में पहुचने वाले गंभीर मरीजों को या तो एम्बुलेंस में ही पट्टी बांधकर जिला मुख्यालय भेज दिया जाता है या फिर आवश्यकता पड़ने पर इलाज के बगैर जिला मुख्यालय तक जाने के लिए घंटों एम्बुलेंस का इंतजार करना पड़ता है। 


जिसके चलते कभी कभी समय से इलाज न मिल पाने के चलते लोग असमय ही काल के गाल में शमा जाते है।



बस में सवार राजू ने बस चालक को बताया गलत


एनएच 730 पर हुए हादसे के दौरान रोडवेज की बस में बैठे राजू निवासी मेडईपुरवा ने घायलावस्था में परिजनों के साथ बाइक से सीएचसी खमरिया पहुचने पर बताया कि वह सिसैया से बस में चढ़ा था। वहीं से चालक बस सही से नहीं चला रहा था। 


भरेठा गांव के पास सामने से आ रही ट्रक ने डिपर दिया था पर वह तेजगति से बस चलाने के चक्कर मे डिपर को नजरअंदाज कर गया। जिससे बस सीधे ट्रक में घुस गई। 


जिसने बस चालक समेत अन्य लोग असमय ही काल के गाल में शमा गए।



पल भर में बेसहारा हो गया जमाल का परिवार


एक महीने पहले ही सड़क हादसे में घायल हुआ था जमाल


उसी हादसे में चल रहे इलाज की जांच करवाने पत्नी के साथ जा रहा था जमाल


एनएच 730 पर ईसानगर थाना क्षेत्र के भरेठा गांव के समीप हुए बस व ट्रक की टक्कर में असमय ही काल के गाल में समाए सिसैया निवासी जमाल पुत्र छोटन्नं खां का करीब एक माह पहले ही इसी हाइवे पर लाखीपुर गांव के पास एक्सीडेंट हो गया था। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल होने की वजह से इलाज करवा रहा था। 


शुक्रवार को दोपहर में पहले लगी चोटों की जांच करवाने के लिए अपनी पत्नी रेशमा को साथ लेकर जिला मुख्यालय पर जाने के लिए बस पर चढ़ा था। 


जिसके कुछ ही मिनटों बाद हादसा हो गया जिसमें जमाल की मौत हो गई वहीं उसकी पत्नी रेशमा की हालत लखनऊ ट्रामा सेंटर में चिंताजनक बनी हुई है।



परिवार का जीवन यापन करने के लिए मजदूरी ही थी सहारा


जमाल खा के आठ बच्चे है जो बेसहारा हो गए। बच्चों के साथ साथ पत्नी का जीवन यापन करने के लिए उसके पास मजदूरी ही सहारा थी। 


हादसे में उसके निधन के बाद उसका पूरा परिवार गहरे सदमें में है। उसके 8 पुत्रों में सबसे बड़ा अफजाल 17 व अफजल 14 हरियाणा में मजदूरी कर रहे हैं।



इनके साथ साथ सहमीद खां 12, सुहेल खां 10, उमेर खा 7, रवि खां 6, महफूज 4 व अजमल 2 जमाल पर ही निर्भर थे। 


उसके निधन के बाद परिवार समेत गांव में लोगों की आंखे नम है। वहीं परिजनों के साथ गांव वालों को अब यह भी चिंता है कि उसके बच्चों का पालन पोषण कैसे होगा।


इस दौरान उसके परिजनों ने बताया कि जमाल के पिता के पास डेढ़ बीघा जमीन है । जमाल के बड़े भाई लल्ला खां व छोटे भाई जलाल खां के अलावा तीन बहनें हैं जिनका नाम अफसाना , रुकसाना , खुशबुल , मां जमकरा है जिनकी शादी हो चुकी है। पिता की जमीन में आगे जब भी बंटवारा होता तो उसे केवल आधा बीघा जमीन ही मिलती।

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