राजू शुक्ला
गोण्डा: योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। फिर भी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।
एसडीएम के निरीक्षण में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के करीब एक दर्जन कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए हैं। जिसकी रिपोर्ट डीएम को सौंपी गई है।
जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनिकापुर का उप जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल की करीब एक दर्जन कर्मचारियों के अनुपस्थित पाए जाने पर एसडीएम दंग रह गए। जबकि जनपद के अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की अपेक्षा यह स्वास्थ्य केंद्र वीआईपी माना जाता है।
जबकि बीआईपी क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों का यह हाल है। तो अन्य स्वास्थ्य केंद्रों का अंदाजा लगाया जा सकता है।
स्वास्थ्य विभाग कुछ भी दावा करें लेकिन जमीनी हकीकत की पोल आज खुल ही गई।
उपजिलाधिकारी कीर्ति प्रकाश भारती ने बताया कि बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनिकापुर का निरीक्षण किया गया। जिसमें करीब 12 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि जिसमें करीब 4 कर्मचारी काम कर रहे थे। उन्होंने बाद में आकर अपना हस्ताक्षर बनाया। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि वह कर्मचारी आए और सीधे ऊपर अपनी ड्यूटी करने चले गए।
इनमें कुछ कर्मचारी दो-तीन दिनों से लगातार नहीं आ रहे थे। इन सब की रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को भेज दी गई है।
कहां की सरकार लगातार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। ऐसे में स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही करने वाले कर्मचारियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
सभी कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से चेतावनी दे दी गई है। कि दोबारा ऐसी लापरवाही पाई गई। तो कठोर कार्यवाही की जाएगी।
ये कर्मचारी पाए गए अनुपस्थित
एसडीएम के निरीक्षण में गैर हाजिर पाये जाने वाले कर्मचारियों में क्रमश:डाक्टर एके यादव, डाक्टर रबिश सैयद रिजवी, डाक्टर सुषमा द्विवेदी, लैव टेक्नीशियन राजेश कुमार गुप्ता, वार्ड आया इन्द्र पति, लैब टेक्नीशियन हरिलाल मौर्य,एएनएम रेनूदेवी,एएनएम बंदना,सीनियर नर्स आरती पान्डेय, सुमन सिंह,एलटी जितेन्द्र कुमार,एसपीएस लालमन,आपथैलमोलॉजिस्ट ओम प्रकाश वर्मा, सीनियर असिस्टेंट पवन कुमार गौतम सफाई कर्मी कामिल सहित एक दर्जन लोग अनुपस्थित पाये गये।
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