रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। पीएम किसान सम्मान निधि में गड़बड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है। एक ही परिवार के सात सदस्य प्रधानमंत्री सम्मान निधि का लाभ ले रहे हैं।
यही नहीं उसमें 3 नाबालिग बच्चे भी शामिल हैं। इसके अलावा उन्हें राशन व एक सदस्य जिसकी उम्र 50 वर्ष से कम है उसे वृद्धावस्था पेंशन भी मिल रही है।
हालांकि एसडीएम ने जांच कराकर रिकवरी व कार्रवाई की बात कही है। राजस्व कर्मियों की मिली भगत से एक ही परिवार के सात सदस्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ उठा रहे हैं।
गुरुवार को तहसील करनैलगंज क्षेत्र के भंभुआ के समाजसेवियों ने डीएम, एसडीएम व कृषि अधिकारी को उक्त मामले से अवगत कराते हुए साक्ष्य सहित पत्र सौंपा है।
पत्र में कहा है कि भंभुआ के सीएससी संचालक विनोद कुमार सिंह द्वारा लेखपाल आविस हुसैन से मिलीभगत कर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर पीएम किसान सम्मानिधि, वृद्धा पेंशन में फर्जीवाड़ा किया गया है।
पत्र में कहा है कि विनोद कुमार सिंह अपने परिवार के सात सदस्यों पुत्र, पुत्री व पत्नी के नाम फर्जी दस्तावेज लेखपाल के मदद से तैयार करके सम्मान निधि योजना का लाभ उठा रहे हैं।
जबकि उन सदस्यों के नाम कोई भी खतौनी भी नहीं है। वहीं विनोद कुमार सिंह कूटरचित दस्तावेज के आधार पर वृद्धावस्था पेंशन का लाभ भी ले रहे हैं।
जबकि उनकी वास्तविक आयु 49 वर्ष ही है। इस परिवार के नाम से राशन कार्ड भी है जिसमें लगे आधार व अन्य लाभ में लगे आधार भिन्न हैं।
राशन कार्ड में विनोद कुमार सिंह की जन्मतिथि 1973 दिखाई गई है जो वृद्धावस्था पेंशन व पीएम किसान सम्मान निधि ले रहे हैं।
इसी तरह विनोद कुमार सिंह की बेटी कीर्ति सिंह जिनकी जन्मतिथि 1999, श्रद्धा सिंह की जन्मतिथि वर्ष 2000, महक सिंह की जन्मतिथि 2003, प्राची सिंह की जन्मतिथि 2009 व शशिशेखर सिंह की जन्मतिथि 2010 है जो पीएम किसान सम्मान निधि प्राप्त कर रहे हैं।
यह जन्मतिथि राशन कार्ड में लगे आधार पर दर्ज है। जबकि सम्मान निधि पाने के लिए दूसरे आधार का सहारा लिया गया है। जिसमें लेखपाल की जांच रिपोर्ट भी लगी है।
पत्र में आरोप है कि उक्त सीएससी संचालक की दुकान पर लेखपाल एंव अन्य क्षेत्रीय कर्मचारी भ्रष्टाचार का हब बनाए हुए हैं।
इस संबंध में एसडीएम हीरालाल का कहना है की मामले में जांच कराकर कार्रवाई व रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी।
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