राकेश गिरी
बस्ती । विशेषरगंज बाजार स्थित आनन्दपुर गांव में चल रहे साप्ताहिक संगीतमय श्रीमदभागवत कथा के तीसरे दिन श्री अयोध्या धाम से पधारे आचार्य मुरलीधर शुक्ल ने आत्मकदेव की कथा सुनाते हुए कहा कि मनोवृत्तियों को नियंत्रित न कर पाने से धुन्धकारी सम पुत्र के रूप कष्ट की प्राप्ति होती है बिना चित्त की निर्मलता के ग्यान व बिना ग्यान भगवान की प्राप्ती नहीं होती है इसके पूर्व कथा व्यास की पूजा व आरती मुख्य यजमान श्रीमती व श्री भागवत प्रसाद श्रीवास्तव व रालोद नेता चन्द्रमणि पाण्डेय ने किया इस अवसर पर चन्द्रमणि पाण्डेय ने कहा कि हमे पद का मद नही करना चाहिए ग्यान वैराग्य भक्ती से भगवान की कृपा प्राप्त होती है जबकि सत्ता को सेवा के बजाय संचय का माध्यम बनाने व पद का अहंकार बुद्धि को क्षीण कर देता है व मनुष्य पापावृत्ति की और बढता है जिसका विनाश स्वंम परमात्मा करते है इस मौके पर रत्नेश श्रीवास्तव अवनीश श्रीवास्तव अवी श्रीवास्त अथर्व श्रीवास्तव विवेक पाण्डेय दिलीप बर्मा रजनीश पाल नव्या प्रीती स्वेता सौम्या अनीता सहित सैकड़ों कथा प्रेमी भक्त मौजूद रहे


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