गोण्डा। घर पर शरण लिए एक विकलांग ने ऐसा कर्म किया कि विकलांगों से घृणा हो गयी। जी हाँ ऐसा ही हुआ, आप के भी सुनकर दांत खट्टे हो जायेंगे।
हुआ यह कि नगर कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले में एक रिक्शा चालक के अबोध पुत्री के साथ उसी के घर शरण लिए एक विकलांग ने जबरन दुराचार किया जिसका नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेजा गया है।
क्या है पूरी घटना
नगर कोतवाली के एक मोहलले का निवासी 50 वर्षीय एक रिक्शा चालक जिसकी चार पांच माह पूर्व गर्भवती पत्नी की मौत हो गयी थी। रिक्शा चालक अपने सात वर्षीय पीड़ित पुत्री और एक दो वर्षीय पुत्री के साथ रहता था और रिक्शा चला कर जीवन यापन करता था। बीती रात्रि जब वह रिक्शा लेकर सवारी के लिए रेलवे स्टेशन गोण्डा गया तो बिहार के भागलपुर निवासी 40 वर्षीय विकलांग लक्ष्मण से मुलाकात हो गयी। बातचीत में लक्ष्मण ने रिक्शा चालक से रात्रि बिताने के लिए उसके घर पर रुकने के लिए आग्रह किया तो रिक्शा चालक सहर्ष तैयार हो गया फिर रात्रि में रिक्शे पर बैठा कर अपने घर ले आया और खाना खाने के बाद नीचे कमरे में सो गया जबकि सात वर्षीय पुत्री ऊपर छत पर सोयी थी। रात्रि लगभग तीन बजे लक्ष्मण लड़की के कमरे में गया। उसका मुंह दबा कर उसके कपड़े उतारे और फिर उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। पीड़िता के विरोध करने पर उसकी पिटाई भी की और चिल्लाने पर जान से मार डालने की धमकी दिया। बालिका के चिल्लाने पर पिता छत पर पहुंचा तो देखकर दंग रह गया। उसकी वर्षीय पुत्री एक दम नंगी पड़ी थी। उसे कपड़ा पहना कर शोर मचाया और १०० डायल को फोन कर दिया, जिससे तत्काल मौके पर पुलिस पहुंच कर दुष्कर्मी विकलांग को गिरफ्तार कर कोतवाली ले आयी। पिता के तहरीर पर नगर कोतवाली में धारा 376 आईपीसी व पास्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर दुराचारी को जेल भेज दिया है। पुलिस क्षेत्राधिकारी भरत लाल यादव ने बताया कि दुराचारी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है तथा बालिका को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है।
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