सत्येन्द्र खरे
यूपी सरकार के सख्त आदेश के बाद भी रिश्वतखोरी रुकने का नाम नहीं ले रही है | ताज़ा मामला कौशाम्बी जिले के डिस्टिक हॉस्पिटल का है, जहाँ हास्पिटल की स्टाफ नर्स नीलम ने एक डिलेवरी पेसेंट महिला के परिजनों से सुरक्षित प्रसव कराने के नाम पर 5 हज़ार रुँपये की रिश्वत ली है | जिसका वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है | इस वायरल वीडियो को देखने के बाद कौशाम्बी के डीएम मनीष कुमार ने जाँच के आदेश दिए है |
बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल में महिला मरीज के परिवार से 5 हजार रूपये लेने का वायरल वीडियो 3 दिन पहले बनाया गया है | वीडियो बनाने वाला सख्स खुद महिला के परिवार का ही सदस्य है | उसने ही मोबाइल से घूसखोर स्टाफ नर्स नीलम का मोबाइल से वीडियो बना कर वाइरल किया है | इस वाइरल वीडिओ में रुपये देने वाले का चेहरा साफ नहीं दिखाई पड़रहा है लेकिन रुपये लेने वाली अस्पताल की स्टाफ नर्स साफ़ तौर पर 100 100 की नोट लेकर उसे गिनती हुयी दिखाई दे रहे है | इस वीडियो के आडिओ में यह भी साफ तौर पर सुना जा सकता है कि घूसखोर स्टाफ नर्स नीलम रुपये कम होने पर पीड़ित से बहस कर रही है | पूरे रुपये जल्द देने का दबाव बना रही है |
वाइरल वीडिओ
वाइरल वीडियो पर सबसे पहले जब हमने जिला अस्पताल के चीफ मेडिकल सुप्रिटेनडेंट दीपक सेठ से बात की तो सीएमएस स्टाफ नर्स का बचाओ करते हुए नजर आए | उनके मुताबिक विडियो में रूपए देने वाला शक्स साफ नहीं दिख रहा है लेकिन वह भूल गए की रूपए लेने वाली स्टाफ नर्स साफ तौर पर नोटों को गिनती और रूपये की मांग करती दिखाई पड़ रही है |
अस्पताल में महिला मरीज के परिजनों से रुपये लेने का वाइरल वीडियो देखने के बाद भी अस्पताल में सीएमएस का स्टाफ नर्स के बचाव में ठोस कार्यवाही की बात न कर गोल-मोल जवाब देना कई उनकी भी भूमिका पर सवाल खड़े करता है | जिसके कारण हमने इस मामले पर डीएम मनीष वर्मा से बात सीधे की उन्होंने टेलीफोनिक बात में ही पूरे मामले की जाँच के बाद कड़ी कार्यवाही का भरोषा दिया है |
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