शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़ । एक अनुशासित एवं मानसिक रूप से स्वस्थ बालिका/बालक ही देश की भावी शक्ति है। इस शक्ति के सर्वांगीण विकास के लिये खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन अपना महत्वपूर्ण स्थान रखते है। उक्त उद्गार आकांक्षा समिति की अध्यक्षा डा0 स्निग्धा रश्मि ने स्थानीय स्पोर्ट स्टेडियम में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय द्वितीय कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की खेल कूद प्रतियोगिता के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त की।
डा0 स्निग्धा ने कहा कि बालिकाओं के सर्वांगीण विकास हेतु शैक्षिक क्रियाकलापो के साथ खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों की सहभागिता का अपना विशेष महत्व है। उन्होने स्काउटिंग गतिविधियों की तारीफ करते हुये कहा कि यह मनुष्य को अच्छा नागरिक बनाने की प्रेरणा अवसर और प्रशिक्षण देती है। स्काउटिंग शरीर को संयमित, मस्तिष्क और हृदय को सुसंस्कृत करती है। अपने सम्बोधन में उन्होने कहा कि डा0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम ने कहा था कि सपने वे नही होते जो हम बन्द आंखो से देखते है, सपने वे होते है जो खुली आंखो से देखे जाते है। जिस देश की बेटियाॅ ऐसी होनहार हो उस देश का विकास दिनों-दिन प्रगति के रास्ते पर बढ़ता जाता है। इस प्रतियोगिता में जो भी टीम जीती उसे जीत की बधाई और जो हारे है उनके लिये यह सन्देश है कि असफलता एक चुनौती है उसे स्वीकार करो और पुनः विजय के लिये प्रयास करो।
समापन के अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बी0एन0 सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुये कहा कि बालिकाओं में प्रतिभा के स्वाभाविक प्रस्फुटन हेतु खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन बहुत ही आवश्यक है। इससे बालिकाओं में सहयोग, सद्भावना, सहानुभूति, प्रतिस्र्पधा एवं अनुशासन आदि गुणों का विकास होता है। इसके पूर्व बेसिक शिक्षा अधिकारी ने डा0 स्निग्धा रश्मि को पुष्पगुच्छ भेटकर सम्मानित किया।

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