खुर्शीद खान
सुल्तानपुर (यूपी). कभी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में फायर ब्रांड नेता की छाप रखने वाले बीजेपी नेता एवं ज़िले के सांसद वरुण गांधी पाल्टिकिस के टीचर बन गये है। जब ही तो आज यहां कादीपुर के पड़ेला गांव स्थित पं. राम चरित्र मिश्र डिग्री कालेज मे कंबल वितरण समारोह के दौरान लोगों को एड्रेस करते हुए उन्होंंने कहा एक व्यक्ति प्रधान बनता है, चाहे प्रंधानमंत्री बनता है तो ताक़त उसके हाथ में दी जाती है, वो ग़लतफ़हमी किसी को भी होनी नही चाहिये के वो ताक़त उनकी है। वो ताक़त कुछ समय के लिये जनता ने हमें दान में दी है।
जानें वरुण गांधी ने और क्या दी टिप्स...
वरुण गांधी ने सादगी का अंदाज अपनाते हुए कहा कि हम जनप्रतिनिधि बनते हैं तो हमारे मन में ये भाव आता है के हमारा है।
हम लोग इस बात को भूल जाते हैं के 1-1 पाई का हिसाब प्रादर्शिता के साथ देना है।
ये ज़िम्मेदारी मैं बहुत गम्भीरता पूर्वक लेता हूं।
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राजनीति का मतलब है समाज के लिये पैदा करें स्थाई परिवर्तन
उन्होंंने कहा कि राजनीति में आने के बाद मैंनें अक्सर ये सोचा कि ये राजनीति क्या हम लोगों के झंडे को ऊंचा करेगी? या क्या हमारी विजय में लाखों-करोड़ो की विजय होगी? जब हम लोग लगातार अपने आप से पूछते हैं के हम अपने राजनीति का, अपने विचार का स्तर कैसे बढ़ा सकते हैं?
फिर वरुण गांधी ने इन तीनों सवाल का जवाब खुद ही दिया, बोले राजनीति का मतलब चुनाव जीतना और हारना नहीं, राजनीति का मतलब है समाज के लिये स्थाई परिवर्तन पैदा करें।
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वोट बढ़ाने का लिये न करें काम
एक सच्चे और सही जनप्रतिनिधि कैसे बना जायेगा इसको भी वरुण गांधी ने ब्रीफ किया, कहा कि सौर्य ऊर्जा लाइट-हैंडपंप सीमित रह जाते हैं।
उन्होंंने कहा हम लोग सुल्तानपुर के लिये वो काम न करें जो चुनाव तक हो, हम लोग वो काम करें जो पीढ़ी तक हो।
उन्होंंने कहा हम लोग केवल वोट बढ़ाने का काम न करें, हम लोगों की जिंदगी की दिशा तय करने वाले काम करें।
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अब तक बांट चुके 6 हज़ार कम्बल
आपको बता दें कि वरुण गांधी ने यहां कादीपुर के पड़ेला गांव स्थित पं. राम चरित्र मिश्र डिग्री कालेज मे कंबल अपनी सैलरी से 2 हज़ार ग़रीबों को कम्बल वितरित किया।
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बीजेपी एवं वरुण के मीडिया प्रभारी विजय सिंह रघुवंशी बताते हैं कि इससे पहले इसी माह में वरुण गांधी ने दो बार ज़िले में आ चुके हैं। जहां उन्होंंने
अपने वेतन से अब तक 4 हज़ार ग़रीबों में कम्बल बांटे हैं।


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