सुनील उपाध्याय
बस्ती । राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर उ.प्र. आवास विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह के नेतृत्व में शनिवार को पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं, किसानों, मजदूरों ने उप जिलाधिकारी हर्रैया कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर राज्यपाल को सम्बोधित 8 सूत्रीय ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा।
ज्ञापन सौंपने से पूर्व सपा नेता सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार के मंत्री, जन प्रतिनिधि किसानों की आय दो गुना करने की बात कर रहे हैं किन्तु जमीनी सच्चाई इससे उलट है। प्रधानमंत्री ने बस्ती चीनी मिल को चलवाने का वायदा किया था किन्तु अब मिल नीलाम हो रही है। वाल्टरगंज मिल को बंद करने का षड़यंत्र किया जा रहा है। गन्ना किसानों का करोड़ो रूपया चीनी मिलों पर बकाया है किन्तु सरकार और जिम्मेदार चुप्पी साधे हुये है।
कहा कि किसान, मजदूर, गरीब इस सरकार में घोर उपेक्षा का शिकार है। केवल विकास के नारे लगाये जा रहे हैं जबकि जमीनी धरातल पर किसानों का न तो व्यवस्थित रूप से न तो धान की खरीदारी हुई न ही आलू किसानों को उनकी उपज का मूल्य मिल पा रहा है। विरोध करने पर किसानों को अभियुक्त बनाया जा रहा है। बिजली के मूल्य में बेतहासा वृद्धि कर दी गई। यह सरकार गरीब और किसान विरोधी है।
सपा महासचिव निजामुद्दीन, विधानसभाध्यक्ष यदुराम यादव, खादिम हुसेन, श्री प्रकाश गुप्ता, मनोज सिंह, मो0 स्वालेह, अजीत सिंह आदि ने सम्बोधित करते हुये कहा कि चंद महीनों में ही भाजपा सरकार ने किसानों, मजदूरों का मोह भंग होता जा रहा है। यह सरकार केवल वायदों के सपने दिखा रही है।
ज्ञापन देते समय राजेश यादव, रणविजय सिंह, चन्द्रहास यादव, परशुराम यादव, सुनील यादव, गौरव सिंह, मानवेन्द्र सिंह, अजीत सिंह, कन्हैया यादव, छविराम यादव, सुरेन्द्र यादव, मंशाराम, फूलचन्द्र, रामू यादव के साथ ही सपा के अनेक नेता, कार्यकर्ता और क्षेत्रीय नागरिक शामिल रहे।
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