रूबी सिद्दीकी
अमेठी (यूपी). दो दिनों तक अमेठी की सड़कों पर जो हाई वोल्टेज ड्रामे बाज़ी हुई, उस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने चुप्पी साधे रखा और चले गये, उनके जानें के बाद कांग्रेस की ओर से बड़ा बयान आया है।
ये बयान कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डा. संजय सिंह की धर्म पत्नी एवं पूर्व मंत्री रानी डा. अमीता सिंह का है। उन्होंंने कहा है कि अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए भी अमेठी के राजा ने अंग्रेज महिलाओं को सुरक्षित उनके देश तक भेजा है। आज उसी अमेठी की तहज़ीब को कुछ लोगों ने अमेठी में शर्मसार किया, जो चिंतनीय है, अशोभनीय है, निन्दनीय है।
ये बयान कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डा. संजय सिंह की धर्म पत्नी एवं पूर्व मंत्री रानी डा. अमीता सिंह का है। उन्होंंने कहा है कि अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए भी अमेठी के राजा ने अंग्रेज महिलाओं को सुरक्षित उनके देश तक भेजा है। आज उसी अमेठी की तहज़ीब को कुछ लोगों ने अमेठी में शर्मसार किया, जो चिंतनीय है, अशोभनीय है, निन्दनीय है।
मुट्ठी भर लोगों ने किया नंगा-नाच
उन्होंंने कहा कि हमारे देश में अनजाने मेहमान को भी भगवान का दर्जा दिया जाता है, यहाँ तो एक बेटा अपने घर आ रहा था। वो कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद प्रथम बार अमेठी आगमन पर अपने चहेते सांसद के स्वागत में अमेठी की सड़कों पर जन सैलाब उमड़ पड़ा। जब अमेठी नई नवेली दुल्हन की तरह सजी थी, तब मुट्ठी भर लोगों ने ऐसा नंगा-नाच करने का कुत्सित प्रयास किया जिसकी जितनी भी भर्त्सना की जाए कम है।
सिर्फ मीडिया की सुर्ख़ियों में स्थान पाने के लिए ऐसा घृणित प्रयास हुआ
हमारा देश "अतिथि देवो भव" की मान्यता वाला देश है और इस देश में घर आये मेहमान का सदैव आदर सत्कार किया जाता है और राहुल तो अपने घर आये थे, फिर इसमें ऐसा क्या था जो किसी विशेष विरोधी दल के मानिंद नेतागण सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करने का प्रयास करने लगे। सिर्फ मीडिया की सुर्ख़ियों में स्थान पाने के लिए ऐसा घृणित प्रयास देश की राजनीति में एक बेहद गलत परंपरा की शुरूआत है। इसी अमेठी की धरा पर शरद यादव, कांशीराम, राज मोहन गांधी, मेनका गांधी, स्मृति ईरानी, कुमार विश्वास जैसे दिग्गजों ने चुनाव में अपनी किस्मत आजमाई है किंतु अमेठी ने किसी का सड़को पर विरोध कर उसे अपमानित नही किया बल्कि लोकतांत्रिक तरीके से अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोगों का बाहर का रास्ता दिखाया।
किन्तु आज किसी विशेष विरोधी दल ने सत्ता के नशे में चूर होकर जिस निंदनीय हरकत को किया है वह सिर्फ टकराव का रास्ता है, जिससे किसी का भी भला नही हो सकता।
अमेठी में ऐसे किसी भी प्रयास का मैं घोर विरोध करती हूं और अमेठी की महान जनता को आश्वस्त करती हूं कि राजीव गांधी की इस धरती पर ऐसी किसी भी परंपरा को पनपने नहीं दिया जाएगा।
किन्तु आज किसी विशेष विरोधी दल ने सत्ता के नशे में चूर होकर जिस निंदनीय हरकत को किया है वह सिर्फ टकराव का रास्ता है, जिससे किसी का भी भला नही हो सकता।
अमेठी में ऐसे किसी भी प्रयास का मैं घोर विरोध करती हूं और अमेठी की महान जनता को आश्वस्त करती हूं कि राजीव गांधी की इस धरती पर ऐसी किसी भी परंपरा को पनपने नहीं दिया जाएगा।

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