अनियमत्ताओं के खिलाफ आवाज़ उठाने पर हुवा था पत्रकार पर हमला
बाबागंज(बहराइच)।सीमावर्ती विकाशखण्ड नवाबगंज क्षेत्र अंतर्गत ब्लॉक मुख्यालय से तकरीबन तीन किलोमीटर पर स्थित ग्रामपंचायत जैतापुर में भ्रस्टाचार्य की भेंट चढे शौचालय की जांच आख्या पुनः भरस्टाचार्य की परवान चढने से नही बच सका। कैसे होगा देश का विकाश जब ऐसे ही अधिकारी भरस्टाचारी का साथ निभाते रहेंगे। कौन करेगा केंद्र व राज्यसरकार के सपनो को साकार 'स्वच्छ भारत अभियान' क्योकि जमीनी अस्तर कुछ और ही बया करती दिख रही है।
जहाँ एक ओर जनता में जागरूकता लाने के लिए सभी अधिकारी व कर्मचारी स्वच्छ भारत अभियान का जोर सोर से प्रचार करते फिरते है ।वही कुछ चुनिंदा अधिकारी व प्रधान अपने जेब को भरने से भी नही चूकते है । कुछ ऐसा ही भास्कर टीम की सर्वे में ग्रामपंचायत जैतापुर में प्रकाश में आया। मालूम हो कि यह ग्रामपंचायत लगभग दो हजार से अधिक आबादी व पांच मजरों का ग्रामपंचायत है पर विकाश की बात किया जाए तो यह मिलो दूर है न रोड न नालिया , खंबे लगे पर तार तकरीबन तीन वर्षो से नही लटके, सड़कों पर कीचड़ का अम्बार देखने को हमेशा मिलता है। ऐसे ही शौचालय पर भी शनि देव का ग्रहण लगा हुआ तीन वर्षों से मिला । जब भास्कर टीम ने सर्वे किया तो कुछ दिन पहले समाचार पत्र में प्रकाशित किया । जिसको जिलाधिकारी ने जांच का आदेश किया परंतु राहु केतु ने पुनः उसे जकड़ लिया जिससे समस्या का निदान न होकर ज्यो का त्यों वैसे ही बना रह गया।विदित हो कि ग्रामपंचायत के ग्रामीणो ने शौचालय पूर्ण रूप से न बने होने का दावा करते हुए पुनः जांच कराए जाने का मांग किया। वही कई स्थान पर अधूरे बने शौचालय अद्धा ,बालू , कांडा रखा देखने को मिला।ग्रामीण का आरोप है कि इस जांच को जिस कर्मचारी व अधिकारी को दिया गया बिना मौके का मुआयना किये हुए जांच आख्या की खानापूर्ति करते हुए संबंधित प्रधान को बचाने की जतन कर डाला है।वही प्रधान द्वारा कुछ मात्रा में शौचालय का सुंदरीकरण कर फोटो खिचवांने का कार्य किया गया। जिससे कार्य को पूरा करने का दावा किया जा सके का जतन किया गया। कैसे होगा ग्रामपंचायत का विकाश जब जांच अधिकारी ही भ्रस्ट प्रधानों का बचाव करने का जतन करते रहेंगे यह सोचने व समझने का विषय है। जो उच्चाधिकारियो से संबंधित है। जहाँ एक ओर केंद्र से लेकर राज्य सरकार व बड़े से लेकर छोटे अधिकारी व कर्मचारी साथ ही साथ फिल्मस्टार व समाजसेवी ,प्रतिनिधि मंडल सभी एकजुट होकर 'स्वच्छ भारत अभियान' के मिशन को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करते है वही कुछ भ्रस्ट अधिकारी, कर्मचारी,प्रधान अपनी जेब गर्म करने के चक्कर मे मिशन को सफल बनाने की बजाय पलीता लगाते फिरते है।एक तरफ ग्रामीण को स्वछता के तहत पाठ पढाया जाता है एक रोटी खायेंगे पर शौचालय अवश्य बनवाएंगे का नारा भी दिया जाता है वही दूसरी ओर प्रधान जी द्वारा लाभार्थियों का सरकारी लाभ अपने जेब भरने में किया जाता है ऐसे में कैसे मिलेगा लाभार्थियों को लाभ ।देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि सामने रखी थाली दूसरे द्वारा छीनना जैसे घिनौना कार्य कुछ पंचायतों में देखने को मिलता है जिसका जीता जागता उदाहरण इस ग्रामपंचायत के मजरे गंगापुर में साफ तौर पर कभी भी देखा जा सकता है। ग्रामीणों के अनुसार जांच के आदेश होने पर प्रधान द्वारा अपने कुछ चहेतों को शौचालय बनवाया गया जो मानक के विपरीत है जबकि अत्यधिक मात्रा में अभी भी कार्य अधूरे है। जिसका कागजी खानापूर्ति कर कागजो पर कार्य पूर्ण होने का दावा प्रधान द्वारा किया जा चुका है। जबकि जमीनी अस्तर कुछ और ही बया कर रहा है। वही दर्जनो ग्रामीणों ने संबंधित जांच को पुनः उच्चाधिकारियों से जांच कराने की मांग की है तथा भ्रस्ट प्रधान व कर्मचारी के खिलाफ उचित कठोर कार्यवाही करने की मांग की है।
इस सम्बंद में पूर्व सी डी ओ बहराईच का कहना था की भास्कर टीम द्वारा तथ्य प्रकाश में आया है यह जाँच का विषय है जांच कराया जायेगा त्रुटि मिलने पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
जब इस सम्बंद में बी०डि०ओ० नवाबगंज सुशील श्रीवास्तव से जानकारी लेने की कोसिस की गई तो साहब जी का फोन नही उठा।



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