अमरजीत सिंह
फैजाबाद:देश भर के ग्रामीणों को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने हेतु स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत भारत सरकार अंधा धुंध पैसा भेजकर हर घर में शौचालय बनवा कर ग्रामीणों को खुले में शौच से मुक्ति दिलाना चाहती है, इसके लिए सरकार ने आगामी दो अक्टूबर (गांधी जयंती) की डेड लाईन तय की है। लेकिन सोहावल ब्लाक के ग्राम प्रधानों व सचिवों की लापरवाही से यह योजना परवान चढती नहीं दिख रही है। निष्क्रियता इस तरह हावी है कि 2015 /16 में राम नगर धौरहरा गांव में 40 शौचालयों के बनने हेतु आयी प्रोत्साहन राशि चार लाख अस्सी हजार रुपये डम्प पड़ी है। वी डी ओ से लेकर कमिश्नर तक ने इन शौचालयों को बनवाने हेतु प्रधान प्रति निधि हरिकरन सिंह से बार बार कहा पर उनके कान में जूं तक नहीं रेंगी मजबूरन कठोर कदम उठाते हुए डी एम, डाक्टर अनिल पाठक ने उनका खाता सीज कर दिया।
सोहावल ब्लाक में राजनैतिक रूप से सबसे मजबूत हरिकरन सिंह पर प्रशासन द्वारा कठोर कार्रवाई करना यह दर्शाता है कि अधिकारी गण शौचालय का टार्गेट पूरा करने हेतु कितने गंभीर है। राम नगर धौरहरा एक बानगी भर है यही हाल न्याय पंचायत मुस्तफा बाद, न्याय पंचायत करेरू, न्याय पंचायत राम नगर धौरहरा, न्याय पंचायत सरायनामू, न्याय पंचायत पिलखावां, आदि के सभी गांवों में है डी पी आर ओ फैजाबाद सभापति पांडेय ने बताया कि प्रधान व सचिवों ने यदि गांवों को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने की सरकार कि मंशा व टार्गेट पूरा करने के कार्य में गंभीरता न बरती व शौचालय निर्माण तेजी से न शुरू करवाया तो कठोर कार्रवाई के लिए तैयार रहें। परियोजना निदेशक अश्विनी कुमार मिश्र ने बताया कि शौचालय निर्माण हेतु धन की कोई कमी नहीं है प्रधान गण जितना भी शौचालय बनवाना चाहे गड्ढा खुदायें और धन ले जाये। मुस्तफा बाद निवासी मुहम्मद जहूर व मालिक राम रावत, सारंगापुर निवासी राजेंद्र गोस्वामी व पवन गोस्वामी ने बताया कि प्रधान गणों का कार्य काल दो वर्ष से ज्यादा का हो चुका लेकिन अभी तक इन गांवों में एक भी शौचालय का निर्माण नहीं कराया गया जिससे स्पष्ट है कि प्रधान व सचिव गण सरकारी योजनाओं को पूरा करने में कितना गंभीर हैं, मालिक राम रावत ने अधिकारियों से मुस्तफा बाद में कराये गये कार्यों की जांच की मांग की है
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