सुनील उपाध्याय
बस्ती । किसानों को अपना अधिकार हासिल करने के लिये संगठित होकर निर्णायक आन्दोलन छेड़ना होगा। केन्द्र और प्रदेश सरकार की नीतियां किसान हितों में होती को गन्ने का बकाया भुगतान हासिल करने के लिये आन्दोलन न छेड़ना पड़ता। सरकार उद्योगपतियों के प्रति तो गंभीर है किन्तु किसानों के साथ छल ही किया जा रहा है। यह विचार भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीवान चन्द चौधरी ने व्यक्त किया। वे मंगलवार को सल्टौआ विकास खण्ड के औड़ जंगल में आयोजित भाकियू के जन जागरण पंचायत को सम्बोधित कर रहे थे। निर्णय लिया गया कि गन्ना मूल्य भुगतान की मांग को लेकर भाकियू द्वारा 23 फरवरी शुक्रवार को रूधौली चीन मिल के समक्ष किसान पंचायत आयोजित की जायेगी।
किसान पंचायत को मण्डल महासचिव शोभाराम ठाकुर, वेनी माधव त्रिपाठी, चन्द्र प्रकाश चौधरी, राजेन्द्र प्रसाद चौधरी, सल्टौआ ब्लाक अध्यक्ष विजय बहादुर मौर्या, रूधौली तहसील अध्यक्ष रामकृष्ण चौधरी आदि ने सम्बोधित करते हुये किसान समस्याओं को विस्तार से रखा। कहा कि चीनी मिलों पर किसानों का अरबो रूपया बकाया है किन्तु मिलें भुगतान देने में आना कानी कर रही है। ऐसे में किसानों की आमदनी दो गुनी करने की बात बेमानी है।
भाकियू के जन जागरण कार्यक्रम में रामतौल, नबाबअली, पारसनाथ चौधरी, हरीराम किसान, भागीरथी, कन्हैया प्रसाद, रामधीरज पटेल, रामनयन किसान, रमेश चन्द्र चौधरी, पण्डा यादव के साथ ही बड़ी संख्या में क्षेत्रीय किसान, मजदूर उपस्थित रहे।
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