वासुदेव यादव
अयोध्या। फैज़ाबाद: बाघी मन्दिर के प्रबंधन व सम्पूर्ण व्यवस्था का उत्तरदायित्व ट्रस्ट के सभी पदाधिकारियों ने अयोध्या के सामाजिक कार्यकर्ता विकास चन्द्र श्रीवास्तव को विधिक तौर से सौप दिया है।
स्व महेश योगी जी की संस्था एस. आर.यम. व स्व कृष्ण नन्दन सहाय के बीच गत वर्ष 1983 को बाघी मन्दिर के सम्बंध में एक रजिस्टर्ड अनुबंध विलेख लिखा गया। जिसके तहत अब मन्दिर पर कब्जा व नियन्त्रण srm के पास ही रहेगा। यह अनुबंध बताया गया है कि 90 वर्ष की है। वर्तमान में बाघी मन्दिर पर srm का कब्जा व दखल है। इसके महासचिव अजय श्रीवास्तव द्वारा इसकी व्यवस्था नवीनीकरण मरम्मत आदि हेतु विकास चन्द्र श्रीवास्तव को एक अधिकार पत्र दिया गया है।
इसके अनुपालन में बहैसियत प्रभारी व ट्रस्टी महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट अयोध्या श्रद्धा नन्द श्रीवास्तव ने गत 01.09.2018 को विकास चन्द्र श्रीवास्तव को रजिस्टर्ड सहयोग अनुबंध पत्र लिखकर इस बाघी मन्दिर का नवीनीकरण, मरम्मत देखरेख फर्जी कब्जेदारों को हटवाने का पूरा अधिकार दिया।
इसी क्रम में रविवार सुबह को ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने विकास चन्द्र श्रीवास्तव का मन्दिर परिसर में ही स्वागत सत्कार किया व मन्दिर के मरम्मत व नवीनीकरण हेतु कहा। उनके कार्यो की सराहना भी सभी ने किए। फर्जी कब्जेदारों को हटवाने हेतु विकास चन्द्र श्रीवास्तव की प्रसंशा भी गयी। इस मौके पर ट्रस्ट के सभी पदाधिकारियों ने विकास चन्द्र श्रीवास्तव का फूलो का माला पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में काफी लोग मौजूद रहे और कहे कि विकास ही अब इस मंदिर का सम्पूर्ण विकास करेंगे।


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