सुनील उपाध्याय
बस्ती। यूपीए शासनकाल में 526 करोड़ की दर से तय किये गये राफेल विमान की डील एनडीए-2 सरकार ने 1600 करोड़ रूपये प्रति विमान की दर से की। इस प्रकार इस डील में 30 हजार करोड़ रूपये की क्षति पहुंचाई गयी। इतने गंभीर आरोपों पर सरकार की ओर से कोई सफाई न दिया जाना हतप्रभ करने वाला है।
यह बातें उ.प्र. कांग्रेस के सैनिक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सेवानिवृत्त एअर मार्शल अशोक कुमार गोयल (पीपीएसएम) ने कहीं। वे कांग्रेस भवन पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होने राफेल डील पर आगे बोलते हुये कहा कि प्रधानमंत्री ने विमान का सौदा 15 दिन पहले अस्तित्व में आई एक कम्पनी से किया जिसे हवाई जहाज बनाने का कोई अनुभव नही है। इतना ही नही अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक फ्रांस में राफेल डील के समय प्रधानमंत्री के साथ अनिल अंबानी और अडानी भी मौजूद थे। जहां रक्षा मंत्री को विश्वास में लेकर डील होनी चाहिये उस जगह देश के दो नामचीन व्यापारियों की मौजूदगी चकित करने वाली है।
प्रति विमान 1100 रूपये करोड अधिक देकर की गयी डील के लिये प्रधानमंत्री को देशवासियों को जवाब देना चाहिये। कर्नल रामदेव सिंह सेंगर ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की सरकार के कार्यकाल में सीबीआई, सीएजी, आरबीआई के साथ ही लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ की आजादी भी प्रभावित हुई है। निःसंदेह देश के लिये ऐसी स्थितियां ठीक नही हैं। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुये उन्होने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाध्ां देश में घूमघूम कर कह रहे हैं कि राफेल मामले में चोरी हुई है।
यदि इन आरापों में सच्चाई नही है तो भाजपा नेताओं को राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करवा देना चाहिये जैसा कि केजरीवाल पर दर्ज कराया गया था। उन्होने कहा दरअसल आरापों में सच्चाई है, इसी कारण भाजपा सरकार इसका सामना करने का साहस नही जुटा पा रही है। पत्रकार वार्ता के समय कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रेमश्ांकर द्विवेदी, मो. रफीक खां, मेडिकल सेल के प्रदेश संयोजक डा. बीएच रिज़वी, रमेश सिंह, जयतं चौधरी, कर्नल एके सिंह, आदित्य त्रिपाठी, कुंवर जितेन्द्र सिंह, गुड्डू सोनकर, मानिकराम मिश्रा, गिरजेश पाल, लाबोनी सिंह, अनिल कुमार भारती, बबलू सिंह राना, शेषमणि सिंह, गुप्तेश्वर उपाध्याय, दीपक भट्ट, किशोरी लाल, यदुनंदन मिश्रा, डा. वाहिद सिद्धीकी, विवेक श्रीवास्तव, जगदीश चौधरी, गोपाल पाण्डेय, राजकुमार सोनकर, हारून अंसारी, ज्योति पाण्डेय, रमजान अली, हरिश्चन्द्र मिश्रा, शकील राइनी, प्रदीप शुक्ला, पिण्टू मिश्रा, कल्लू राइनी, इस्लाम राइनी, आफताब रहमान, जौरि अली, ईदू, रमजान अली, शमीम अहमद, मदन गुप्ता आदि उपस्थित रहे। आदि मौजूद रहे। इससे पहले दक्षिण दरवाजा चौराहे पर जनसभा हुई जिसमें बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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