बलरामपुर में विवेक द्विवेदी की बहन को भगाने की रंजिश में उसके चचेरे भाई की हत्या करने वाला साजन तिवारी आखिरकार पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा गया। पढ़िए पूरी कहानी।
बहन की बेइज्जती का बदला: गोली मारकर की हत्या, अब पुलिस मुठभेड़ में धराया इनामी अपराधी
अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर। बहन को भगाने की रंजिश में एक युवक की नृशंस हत्या करने वाला 25 हजार का इनामी बदमाश आखिरकार पुलिस मुठभेड़ में दबोच लिया गया। शातिर अपराधी साजन तिवारी उर्फ रघुवंश तिवारी की तलाश में महीनों से जुटी पुलिस को मंगलवार देर रात बड़ी सफलता मिली, जब वह परदेश भागने की फिराक में अपने परिवार को लेने आया और मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।
क्या है पूरा मामला?
24 अप्रैल 2025 की रात बलरामपुर के दिपवा बाग बंधे के पास एक युवक की गोलियों से छलनी लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई थी। मृतक की पहचान शत्रुधन द्विवेदी पुत्र कृष्ण कुमार द्विवेदी के रूप में हुई, जो कोतवाली नगर के खलवा मोहल्ले का निवासी था।
इस निर्मम हत्या का खुलासा तब हुआ जब परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने जांच शुरू की। कुछ ही दिनों में राघवेंद्र तिवारी उर्फ दद्दू और मोहित वर्मा उर्फ काका को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। लेकिन असली मास्टरमाइंड साजन तिवारी तब से फरार था।
गुस्से की आग में हुई हत्या
पूछताछ में साजन ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि 22-23 अप्रैल की रात को उसकी बहन को विवेक द्विवेदी नामक युवक बहला-फुसलाकर भगा ले गया था। इससे वह और उसका भाई राघवेंद्र बेहद गुस्से में थे। जब उन्हें विवेक नहीं मिला तो उसके चचेरे भाई शत्रुधन द्विवेदी को तलाश कर दिपवा बाग ले जाया गया और नजदीक से गोली मारकर हत्या कर दी गई।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि साजन तिवारी अपने परिवार को लेकर परदेश भागने की तैयारी में है। जैसे ही वह रात में सुआंव नाले के पास पहुंचा, पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी कर दी। खुद को फंसता देख साजन ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायर किया। इस मुठभेड़ में साजन के पैर में गोली लगी और वह धर दबोचा गया।
घटना के दौरान उप निरीक्षक नंदकेश तिवारी भी घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद साजन को जेल भेज दिया गया।
क्या-क्या बरामद हुआ?
साजन के पास से एक नीली मारुति ऑल्टो कार, एक 315 बोर का तमंचा, एक जिंदा कारतूस, एक खोखा, और तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार साजन एक दस से ज्यादा मुकदमों में वांछित अपराधी है और दूसरे जनपदों में अवैध असलहा सप्लाई के मामलों में भी जेल जा चुका है।
कौन थे ऑपरेशन में शामिल?
इस बड़ी कार्रवाई में कोतवाली नगर प्रभारी सुधीर कुमार सिंह के नेतृत्व में एक मजबूत टीम शामिल रही जिसमें उप निरीक्षक अर्जुन सिंह, राममोहन सिंह, सूर्य शर्मा, नंदकेश तिवारी, हेड कांस्टेबल रिजवान, जितेन्द्र कुमार यादव, समर जीत यादव समेत कुल 15 पुलिसकर्मी शामिल थे।
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