आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। गौवंशीय पशु आश्रय स्थल का निर्माण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्य है। इसके निर्माण में लापरवाही क्षम्य नही होगी। उक्त चेतावनी मण्डलायुक्त बस्ती अनिल सागर ने अधिकारियों को दिया है। वे कलेक्ट्रेट सभागार में आश्रय स्थल के निर्माण एंव उसमे रखे जाने वाले पशुओं की स्थिति की समीक्षा के बाद अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्राम्य विकास विभाग द्वारा बनवाये जा रहे स्थायी एवं अस्थायी आश्रयशाला में पशुओं को रखना भी शुरू करें।
उन्होंने कहा कि पशु आश्रयशाला के लिए चिन्हित भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायतें मिल रही है। उन्होंने सम्बंधित एस0डी0एम0 को निर्देश दिया है कि फोर्स लेकर जाये और अवैध कब्जा हटवाये। कब्जा हटने के बाद विभाग तत्काल निर्माण शुरू करा दें। यदि कही स्थानीय ग्रामीण द्वारा निर्माण का विरोध किया जाता है तो सख्त रूख अपनाते हुए विधिक कार्यवाही करें।
मण्डलायुक्त ने कहा कि अवारा पशुओं का इंतजाम करना भी ग्राम पंचायतों का कर्तव्य है। इसके लिए उन्हें आगे बढ़कर कार्य करना चाहिए। शासन-प्रशासन उनका पूरा सहयोग करेगा।
उन्होंने कहा कि जिन ब्लाक में पशु आश्रय स्थल का निर्माण पूरा हो गया है, वहा पशु को ले जाकर रखवाये। उनके चारा पानी के लिए धनराशि ब्लाक को उपलब्ध करा दी गयी है। यदि कही भी अवारा पशु दिखे तो उन्हें निकट के आश्रयशाला में भिजवायें।
जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने बताया कि मेंहदावल में कुछ बड़े साड़ो को पशु आश्रय स्थल तक परिवहन किये जाने हेतु शासन से अनुमति मांगी गयी है। इनको सामान्य ढंग से आश्रय स्थल तक नही ले जाया जा सकता है क्यो कि ये काफी खतरनाक है। इनको बेहोश करके ले जाना होगा जिसके लिए अतिरिक्त स्टाफ एवं संसाधन की जरूरत होगी।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 टी0पी0 मिश्र ने बताया कि जिले में 2149 गोवंशीय पशु चिन्हित है जिन्हें पशु आश्रयशालाओं में रखा जाना है। जिले में 66 पशु आश्रयशाला बन जाने के बाद इसमें 3800 से अधिक पशु रखे जा सकेगें।
बैठक में जिलाधिकारी रवीश गुप्ता, ए0डी0एम0 रणविजय सिंह, उप जिलाधिकारी एस0पी0 सिंह प्रमोद कुमार, प्रेम प्रकाश अजोर, पी0डी0 प्रमोद यादव, डी0डी0ओ0 रवीन्द्रनाथ सिंह एवं खण्ड विकास अधिकारी गण उपस्थित रहें।
मण्डलायुक्त ने खलीलाबाद नगर पालिका द्वारा संचालित कान्हा आश्रय स्थल का निरीक्षण किया। यहा 50 गोवंशीय पशु रखे गये है। खलीलाबाद ब्लाक के दलेलगंज में उन्होंने निर्माणाधीन आश्रय स्थल का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने एस0डी0एम0 को निर्देश दिया कि बंजर की पूरी जमीन पैमाइश करा दें। चारों और कार्यदायी संस्था बाड़ लगवायेगी तथा पशु खुले में विचरण करेगें। जगह-2 पर छाया के लिए शेड बनवाये जायेगें। अंत में उन्होंने सेमरियांवा ब्लाक के निर्माणधीन बृहद गों संरक्षण केन्द्र का निरीक्षण किया। उन्होंने पैकपेड के अभियन्ता को निर्देश दिया कि 15 दिन में निर्माण कार्य पूरा करायें।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी रवीश गुप्ता, उप जिलाधिकारी एस0पी0 सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 टी0पी0 मिश्र, बी0डी0ओ0 राकेश कुमार उपस्थित रहें।
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