Type Here to Get Search Results !

Action Movies

Bottom Ad

एमएलके पीजी कॉलेज में चल रहे दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ समापन





अखिलेश्वर तिवारी 
संगोष्ठी में पास प्रस्ताव को राज्य व केंद्र सरकार को भेजने का लिया गया निर्णय
बलरामपुर ।। जनपद बलरामपुर के महारानी लाल कुवंरि महाविद्यालय के तत्वाधान में पर्यावरण दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित किया गया जिसमें देश के विभिन्न अंचलों से आए पर्यावरणविद व वैज्ञानिकों द्वारा पर्यावरण में तेजी से हो रहे असंतुलन पर चिंता व्यक्त करते हुए उनके समाधान पर चर्चा किया गया । संगोष्ठी में स्थलीय पर्यावरण परिवर्तन वैश्विक प्रभाव डालते हैं विषय पर विस्तार से मंथन करने के बाद एक प्रस्ताव पास किया गया जिसे केंद्र व राज्य सरकार को भेजने का भी निर्णय लिया गया ।

                 
एमएलके पीजी कॉलेज  के मीडिया प्रभारी देवेंद्र कुमार चौहान  ने बताया कि लोकल इनवायरमेंट चेंज हैव ग्लोबल इफेक्ट विषय पर दो दिवसीय संगोष्ठी का शुभारंभ 25 मई को  महाविद्यालय सभागार में किया गया जिसका समापन आज 26 मई को किया गया। संगोष्ठी के समापन अवसर पर  आए अतिथियों का  आभार व्यक्त करते हुए  महाविद्यालय के प्राचार्य  डॉक्टर एनके सिंह ने  युवाओं का आवाहन किया कि वे स्वस्थ मन के साथ पर्यावरण  संरक्षण के लिए आगे आएं ।
उन्होंने कहा कि  हम सबकी जिम्मेदारी है  कि पर्यावरण संतुलन के लिए  व्यावहारिक रूप से खुले मन से चिंतन करें  अन्यथा  भविष्य में आने वाली पीढ़ी को इसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा । गोष्ठी में  पर्यावरणविद एवं बनस्पतिशास्त्र विभाग लखनऊ के पूर्व अध्यक्ष प्रो वाई के शर्मा, आई आई टी रुड़की के पर्यावरण विद प्रो संदीप सिंह  व अन्य विश्वविद्यालयों से आए वक्ताओं ने भाग लिया। 


वक्ताओं द्वारा पर्यावरण असंतुलन के कारण उससे उत्पन्न खतरों तथा पर्यावरण को बचाने के उपायों पर विस्तृत चर्चा किया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी गोरखपुर डॉ अश्वनी मिश्रा ने कहा कि नीतियों के क्रियान्वयन की कमी के चलते पर्यावरण असंतुलन बढ़ रहा है जिस पर रोक लगाना जरूरी है। समापन समारोह में सदर विधायक पलटू राम व तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है और इसके लिए बढ़-चढ़कर आगे आना चाहिये। वक्ताओं ने उपस्थित लोगों व  छात्र-छात्राओं से कहा कि आज तेजी से हो रहे पर्यावरण असंतुलन को जागरूकता के द्वारा कम किया जा सकता है जिसके लिए लोकल स्तर पर सभी को सहभागिता करना जरूरी है।  वक्ताओं ने ग्रीन हाउस गैस के दुष्प्रभावों ,कारणों एवं रोकथाम पर भी लोगों को जानकारी दी। 


कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों के साथ साथ प्रोफेसर अमृतेश शुक्ला, प्रोफेसर परमहंस त्रिपाठी, प्रोफेसर नागेंद्र सिंह व डॉक्टर शैलेंद्र विक्रम सिंह को भी अंग वस्त्र तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया । संगोष्ठी के दौरान पूर्व डीन डॉक्टर अरुण सिंह, मुख्य नियंता डॉ पी के सिंह, डॉ राघवेंद्र सिंह, डॉक्टर डीडी तिवारी, डॉ आशीष लाल, डॉक्टर राहुल सिंह, डॉ अजीत प्रताप सिंह तथा डॉक्टर मसूद मुराद के अलावा देश के सात राज्यों बिहार, महाराष्ट्र, पोर्ट ब्लेयर, राजस्थान, केरल, पंजाब व उत्तर प्रदेश के विद्वान मौजूद थे

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Below Post Ad

Comedy Movies

5/vgrid/खबरे