अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर ।।जनपद बलरामपुर के पहाड़ी नालों की बाढ़ ने जिले के तराई क्षेत्र में भारी तबाही मचाई है। राष्ट्रीय राजमार्ग 730 बौद्धपरिपथ पर पानी आ जाने से तुलसीपुर-बलरामपुर के बीच आवागमन ठप है। इसके साथ-साथ कई कस्बों को जाने वाले मार्ग भी अवरुद्ध हो गये हैं। कई दर्जन गांवों में पानी घुसा है। एक पूर्व प्रधान सहित दो लोग पानी में बह गए हैं जिनकी लाश को बचाव दल ने दूसरे दिन आज सुबह बरामद कर लिया है । प्रशासन एसडीआरएफ की मदद से लोगों को सहायता देने में जुटा हुआ है।
जानकारी के अनुसार रविवार की भोर सुबह से शुरू हुई बरसात पूरा जारी रही थी। नेपाल के पहाड़ियों पर भी मूसलाधार बारिश हुई है। रविवार सुबह तराई के करीब पांच दर्जन गांव बाढ़ से घिर गए। शाम होते-होते कई गांवों में पानी घुस गया। बलरामपुर-तुलसीपुर बौद्ध परिपथ पर कई पुलों का निर्माण चल रहा है। वाहनों को निकालने के लिए साइड में बनाया गया बाई पास अतिवृष्टि के चलते पूरी तरह ध्वस्त हो गया है । इसी मार्ग पर लौकहवा के पास पहाड़ी नाले का पानी तेज रफ्तार से बह रहा है। बलरामपुर-तुलसीपुर मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बंद है। बाढ़ के चलते बलरामपुर महराजगंज तराई मार्ग पर भी आवागमन ठप है । तुलसीपुर गौरा चौराहा मार्ग पर गौरा व दंतरंगवा डिप पर कई फीट पानी बहने से आवागमन बंद कर दिया गया है। हरिहरगंज-ललिया मार्ग पर आवागमन अवरुद्ध है। तराई क्षेत्र के अधिकांश भागों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। कोड़री डिप पर रविवार शाम ट्रैक्टर ट्राली पलटने से पांच लोग पानी में बह गए थे। जिनमें से चार को ग्रामीणों की मदद से एसडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाल लिया था । लेकिन पूर्व प्रधान चेतराम वर्मा की लाश मंगलवार की सुबह बरामद की जा सकी है।
गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के भी दर्जनों गांव पानी से पूरी तरह घिरे हुए हैं। इसी क्षेत्र के बरहना गांव निवासी 50 वर्षीय दुखहरन पुत्र खेलारे के घर के चारों ओर पानी भरा था। सोमवार सुबह दरवाजे पर रखी लकड़ी को घर में लाने की कोशिश करते समय वह पानी में बह गए। दुखहरन की लाश भी मंगलवार की भोर में बराबर किया जा सका है। तराई क्षेत्र में सहायता के लिए एसडीआरएफ तथा पीएसी की टीम लगाई गई है । कोड़री घाट डिप पर यात्रियों से भरी परिवहन निगम बलरामपुर डीपो की बस फंसी थी जिसमें बचाव दल ने देर रात टीम ने सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया। वहीं कोड़री घाट डिप पर स्वास्थ्य एवं चिकित्सा कर्मियों से भरी एम्बुलेंस फंस गई थी जिसे भी टीम ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने स्वयं बाढ़ग्रस्त इलाके में जाकर रेस्क्यू कार्य का जायजा लिया।
जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि तराई क्षेत्र में आई पहाड़ी नाले की बाढ़ पर प्रशासन नजर बनाए हुए है। पीएसी व एसडीआरएफ की टीम सहायता कार्य में लगी है। एनडीआरएफ टीम को भी सूचना दी गई है। फैजाबाद से आवश्यकता अनुसार नाव की मंगाई जा रही है । सभी खतरनाक डिपों पर दो दो नाव की व्यवस्था कराई जा रही है जो पूरे बरसात वहीं पर रहेंगे तथा उनके नाविक पानी ज्यादा होने की दशा में लोगों को इस पार से उस पार ले जायेंगे । जिलाधिकारी ने जनपद वासियों विशेषकर तराई क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि वह अपने बच्चों को घर से बाहर पानी में ना जाने दें और स्वयं भी तेज बहाव वाले पानी को पार करने की कोशिश ना करें । किसी भी समस्या के लिए तुरंत जिला प्रशासन को सूचित करें जिससे कि आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने कहा किबरसात के शुरुआती दौर में ही जिन दो लोगों को पानी में बहने से मौत हुई है उनकी मौत लापरवाही के कारण ही हुई है । इसलिए जरूरी है कि तेज बहाव वाले पानी को पार करने की कोशिश ना करें ।
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