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बासी भोजन से करे परहेज, अन्यथा हो सकती है फूड प्‍वाइजनिंग


फूड प्‍वाइजनिंग के चलते जा सकती है जान
 पीडि़त को तुरन्‍त लाएं अस्‍पताल, कराएं इलाज

आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। बकरीद पर्व पर होने वाली कुर्बानी में बनने वाले मांस तथा गर्मी को देखते हुए स्‍वास्‍थ्‍य विभाग पूरी तरह से अलर्ट पर है। साथ ही यह भी निर्देश दिया है कि बचा हुआ तथा बासी भोजन न करें, अन्‍यथा फूड प्‍वाइजनिंग के शिकार हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में जान भी जा सकती है। अगर फूड प्‍वाइजनिंग हो जाए तो तुरन्‍त ही नजदीकी स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र पहुंचे, वहां पर चिकित्‍सक पूरी तरह से अलर्ट हैं, ताकि जन हानि न हो सके।

बकरीद के पर्व पर तीन दिनों तक चलने वाली कुर्बानी के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच मांस का आदान प्रदान होता है। यही नहीं जो कुर्बानी नहीं करता है, उसे कुर्बानी करने वाले परिवारों के लोग मांस देते हैं। इस प्रकार कई घरों से मांस आ जाता है तो उसे लोग पकाते हैं। यह क्रम तीन दिनों तक चलता रहता है। कई बार तो लोग कच्‍चा मांस ही रख देते हैं और 8 से 10 घण्‍टे बाद पकाते हैं। इसके चलते वर्ष 2018 में बघौली क्षेत्र में एक ही परिवार के 8 – 10 लोग फूड प्‍वाइजनिंग का शिकार हो गए थे। काफी मशक्‍कत के बाद चिकित्‍सकों ने उनकी जान बचाई। इसे लेकर स्‍वास्‍थ्‍य महकमा पहले से ही सतर्क है।‍ जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ ए के सिन्‍हा ने बताय कि जिस भोजन में भी प्रोटीन होगा वह बहुत जल्‍दी खराब होता है। मांस में भी प्रोटीन होता है, जिसके चलते यह जल्‍दी खराब होता है। मांस कटने के तीन घण्‍टे के अन्‍दर अगर नहीं बना तो उसमें डिकम्‍पोजीशन शुरु हो जाएगा। इसलिए इस बात का ध्‍यान रखें कि कटने के बाद तुरन्‍त उसे बनाएं। बनाने के बाद अगर बासी बच जाए तो उसे फेंक दें, न तो खुद खाएं और न ही बच्‍चों का खाने दें। अन्‍यथा फूड प्‍वाइजनिंग हो सकती है।

 क्‍या है फूड प्‍वाइजनिंग की पहचान

फूड प्‍वाइजनिंग होने से पेट फूलने लगेगा, उसमें मरोड़ होने लगेगी। साथ ही साथ गैस के साथ उल्‍टी भी होगी। उल्‍टी के चलते डिहाइड्रेशन होगा। जिसके चलते शरीर की क्रियाएं बन्‍द हो सकती हैं। दस्‍त भी होने लगेगा।

 क्‍या करें प्राथमिक उपचार

अगर किसी को फूड प्‍वाइजनिंग हो जाए तो तुरन्‍त ही उसे उल्‍टी होगी। ऐसी दशा में नजदीकी स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र पहंचे। वहां दवा देकर शरीर के सारे विषाक्‍त भोजन को निकाला जाएगा। साथ ही उसका बेहतर तरीके से उपचार होगा। ऐसी दशा में घर पर तुरन्‍त ही ओआरएस का घोल बनाकर पी लें। पानी उबालकर पीएं तथा तुरन्‍त ही एम्‍बुलेन्‍स को बुलाकर नजदीकी अस्‍पताल चले जाएं।

 कोई भी समस्‍या हो तो तुरन्‍त आएं अस्‍पताल

अगर किसी को भी कोई समस्‍या हो तो वह तुरन्‍त 108 व 102 एम्‍बुलेन्‍स को काल करके एम्‍बुलेन्‍स मंगाए और अस्‍पताल पहुंच जाए। अगर किसी के पास निजी साधन हो तो वह तुरन्‍त अपने नजदीकी अस्‍पताल पहुंच जाए।

 बकरीद को लेकर सभी अस्‍पताल अलर्ट

बकरीद के पर्व को लेकर जिले के सभी अस्‍पताल अलर्ट पर हैं। साथ ही सभी एम्‍बुलेन्‍स चालकों को भी अलर्ट पर रखा गया है। ताकि कहीं भी कोई आपात स्थिति हो तो उससे निबटा जा सके।


●‘‘बकरीद के पर्व को लेकर सभी अस्‍पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। अगर कहीं भी कोई फूड प्‍वाइजनिंग का शिकार होता है तो तुरन्‍त अस्‍पताल पहुंचे। बासी भोजन कदापि न करें, न ही देर तक रखे गए मांस को पकाएं। प्रोटीन युक्‍त कोई भी भोज्‍य पदार्थ जल्‍दी खराब हो जाता है। मांस में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है। इसलिए इसे लेकर पूरी तरह से सतर्क रहें।’’

डॉ ए. के. सिन्‍हा

जिला सर्विलांस अधिकारी

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