राकेश कुमार
द्वारका :जिला द्वारका के उत्तम नगर थाना में एक मामला संज्ञान में आया हैं, रणजीत सिंह/सुंदरपालसिंह उम्र (34)वर्ष मोहन गार्डन,उत्तमनगर के निवासी हैं, घायल-पीडित के परिजनो अनुसार रणजीत सिंह 04/12/2019 को साढे नौ बजे के आसपास बाइक से अपने घर जा रहा था,रास्ते मे खराब हुई बाइक को मिस्त्री के पास ले जाने पर बाइक का खराब पार्ट दुकान बंद होने के वजह से ना मिल पाने के कारण वो पैदल अपने घर की तरफ चल दिया । रास्ते मे कुछ अज्ञात लड़को ने उसे रोकते हुए हथियार दिखाकर गले मे सोने की चेन व दो हजार रुपये नगद लूट लिए,अपने आप को छुड़ाते हुए रंजीत सिंह लुटेरों के चुंगल से जैसे ही भागा, लुटेरों को लगा शायद इसके पास कुछ और भी है उन्होंने अपने अन्य साथियों के साथ उसका घेराव करते हुए उसे बुरी तरह से,हथियारों से पीटते हुए उसकी टांग की हड्डी को पूरी तरह से तोड़ दिया,गली में अन्य राहगीरों के चलते वे उसे घायल अवस्था में छोड़कर मौके से फरार हो गए,लेकिन वहा लगे सीसीटीवी फुटेज में लूटपाट वारदात कैद हो गई साफ कुछ लुटेरों के चेहरों की शिनाख्त होने के बावजूद,उत्तम नगर पुलिस बदमाशों पर ठोस व उचित कार्रवाई ना करते हुए उन आरोपियों को पकड़ने की बजाय करने हर तरह की कार्रवाई से टलती आ रही है आखिर क्यों ? शिनाख्त होने के बावजूद भी आरोपी बदमाशों को पकड़ा क्यों नहीं जा रहा ? पीड़ित परिजनों ने मीडिया समक्ष बताते हुए कहा पुलिस ने दो बदमाशों को पकड़ने के बावजूद बिना कार्यवाही किए उन्हें छोड़ दिया,वारदाते-हालात बंया करता सीसीटीवी फूटेज मे पुख्ता सबूत होने के बावजूद भी पुलिस का घायल पीड़ित के प्रति नकारात्मक रवैया,बदमाशो का खुलेआम घूमना और पीड़ितों को लगातार डराना-धमकाना अलग तरह की कहानी को बयां करता नजर आ रहा है,हमारे देश में क्राइम को बढ़ावा देने का मुख्य कारण इस तरह की लचर-कानून व्यवस्था नहीं तो और कौन ? सीधे पैर कि हड्डी टूटने और भीड़ मे से किसी का पुलिस को सूचना देकर घायल युवक को अस्पताल मे भर्ती करावाना,घायल पीडित का अस्पताल माता रूप रानी मग्गो मे पैर का आप्रेशन व रॉड डालने के बावजूद उत्तमनगर पुलिस जांच-अधिकारी एएसआई विनोद द्वारा अपनी प्रथम रिपोर्ट 0693 मे मारपीट वाली जगह के सीसीटीवी फुटेज मे वारदात के समय घायल को बुरी तरह से पीटकर जानलेवा हमला करते व पैर की हड्डी टूटना साफ दिखाई देने के बावजूद मामूली झगड़े की रिपोर्ट 323/341/506/34 दर्ज करते हुए अभी तक आरोपियों को बचाने की कवायत जारी है ।घायल परिजनो अनुसार वह फुटेज द्वारा हमलावरों की पहचान कर उनके नाम व घर के पतों की जानकारी लिखित रूप से दे रहे है फिर भी पुलिस उन को संरक्षण प्रदान ना करते हुए नकारात्मक रवैया अपनाने पर तुली है ।
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