वासुदेव यादव
अयोध्या। दरगाह शरीफ हजरत हलैहिस्सलाम का सालाना उर्स 28 फरवरी शुक्रवार से आरंभ होगा। यहा के मुतवल्ली मौलाना सैयद मो. आशिफ फिरदौसी व सैयद हेलाल अहमद ने इसकी जानकारी दी है।
मुतवल्ली मौलाना सैयद मो. आशिफ फिरदौसी ने बताया कि हर साल सालाना उर्स का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। जिसमें देश के विविध प्रांतों व जिलों से हजारों की संख्या में हजरात आते है। यहां पर देश के मुस्लिम व हिन्दू एक साथ देश में अमन चैन हेतु शिर एक साथ सजदा करते है। यहां आने वालों की हर मिन्नतें व मुरादे पूरी होती है। प्रबंधक मौलाना सैयद मो. आशिफ फिरदौसी ने बताया कि दुनिया के पहले इंसान अजरते आदम जो कि इस्लाम के पहले पैग्म्बर रहे। इन्हीं के तीसरे बेटे हतरत शीश अलैहिस्सलाम जो कि इस्लाम के दूसरे पैगम्बर है। यह मजार उन्ही की याद को जीवंत करती है। इस मजार की तामीर सुल्तान शिकंदर लोधी ने करवाई। 1700 वीघा भूमि अयोध्या को अनुदान किया। अयोध्या खानदान मोहल्ला कजियाना मीर सैयद फरजान अली के नाम से जाना जाता है। यही लोग कई जमाने से इस दरगाह की देखरेख व विकास करवा रहे है। सूफी लोग हर व्यक्ति को इंसान मानते है, वे इंसानियत को तवज्जों भी देते है। सबसे बड़ी सेवा मानवता की होती है। अयोध्या सर्वधर्म की पवित्र नगरी है। यहां हर वर्ग धर्म सम्प्रदाय के लोग आपसी सद्भाव व भाईचारा के साथ रहते है। यह दरगाह शरीफ हजरत हलैहिस्सलाम का पवित्र मजार है। यहा सर्व धर्म के लोग अपनी मिन्नतें आकर मांगते है और वह पूरी भी होती है। यही कारण है कि देश विदेश से लोग यहां आते रहते है।
मो. आशिफ फिरदौसी ने कहा कि यहां पर 28 को सुबह कुरान खानी, नवाजे जुमा, जलसा, ईद मिलानदुन्नवीं, लंगरे रसूल का आयोजन होगा। जबकि 29 को सुबह कुरान खानी, 10 बजे से गुस्ल मजार शरीफ, जलसा, ईद मिलादुन्नवी लंगरे रसूल 5 बजे से कुल शरीफ का भव्य आयोजन होगा। 8 बजे से लंगरे रसूल, जबकि 9 बजे से नातियां मुशायरा का आयोजन किया जाएंगा।
कार्यक्रम में मौलाना दरगाह आला हजरत के मौलाना गद्दीनशीन अहशन रजा बरेली, सैयद मजहरूददीन किछौछा शरीफ, सैयद फुरकान हैदराबादी, मो.सद्दाम वाराणसी व शकील आरिफी फरूखाबाद सहित अन्य लोग शामिल होंगे।
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