राजकुमार शर्मा
बहराइच :- कोरोना माहमारी के कारण बेरोजगारी से परेशान व दवा के अभाव मे रूपईडीहा थाने के निबिया गांव निवासी मुन्ना पेन्टर पुत्र लाला की बीती रात मृत्यु हो गई ।बताते चले कि मुन्ना पेंटर जो पेन्टिंग का कार्य करता था इधर काम न मिलने के कारण काफी परेशान रहता था। कल अचानक पेट मे दर्द उठा तो घर वाले उप चार हेतु रूपईडीहा के कई प्राईवेट डॉक्टरों के दरवाजा खटखटाया लेकिन किसी ने दरवाजा नही खोला। अंत मे नया समुदायिक केंद्र रुपईडीहा भी गए लेकिन वहां डॉक्टर नहीं मिले तो बाबागंज सरकारी हॉस्पिटल भी ले गये वहाँ भी डॉक्टर नही मिले, सरकारी हॉस्पिटल के बगल में डॉक्टर खान के प्राइवेट हॉस्पिटल भी गया जहाँ कहा गया कि यहाँ केवल डिलीवरी केस रात को भर्ती करते है। आप लोग चरदा जमोग सरकारी हॉस्पिटल लेकर जाए तब तक काफी विलम्ब हो चुका था। गौरतलब हैं कि
चरदा हॉस्पिटल में जब डॉक्टर ने देखा तो मरीज की मौत हो चुकी थी। मृतक का बड़ा भाई फारूक का कहना है कि काम नही मिल रहा था। घर का खर्च अधिक था। कुछ बीमारी भी थी। लेकिन रात में अचानक तबियत खराब हुई। हम लोग काभी प्रयास किया गया। अगर समय पर उपचार हो जाता तो मुन्ना पेन्टर की जान बच सकती थी ।
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