राज कुमार शर्मा
बहराइच :-कोतवाली रुपईडीहा क्षेत्र अंतर्गत बाबागंज में स्थापित (इलाहाबाद /इंडियन )बैंक मौजूदा शाखा प्रबंधक के आने के बाद से दिन-ब- दिन मैनेजर के करतूतों की वजह से हाईवे जाम किया जाता है कभी जनता आक्रोशित होकर बैंक बंद कराती है |
पीड़ित ने लगाया आरोप
बैंक मैनेजर सरकार के आदेशों को ताक पर रखकर शाखा में बैठ कर मनमानी कर रहा है जहां सरकार इस लॉकडाउन में पूरी कोशिश में लगी है कि किसी भी गरीब मजदूर को आर्थिक समस्या ना हो जिस कारण समय-समय पर गरीबों के खातों में पैसा भेज कर गरीबों की अति आवश्यक जरूरतों के लिए आर्थिक सहायता कर रही है |
वही इंडियन बैंक के बाबागंज में बैंक मैनेजर भोली भाली गरीब जनता के सरकार द्वारा भेजे गए पैसे को रोककर एक ही कार्य के लिए किसी ना किसी बहाने बार-बार बैंक के चक्कर लगवाए जाते हैं l जहां गरीब जनता रात से ही लाइन में लगने के बाद भी सुबह उनको टोकन नहीं मिलता वही बैंक मैनेजर की करीबी अलग से ही टोकन खरीद कर थोड़ी देर में ही अपना कार्य पूरा करवा कर बैंक से चले जाते हैं l जिससे क्षेत्र में इंडियन बैंक के बैंक मैनेजर के खिलाफ लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है जो कभी भी व्यापक रूप ले सकता है l वही दूसरी तरफ किसान क्रेडिट कार्ड बनवाए हुए किसानों के बचत खातों पर लेन-देन का रोक लगा कर उन पर दबाव बनवा कर उन्हें कर्ज में छूट का झूठा आश्वासन देकर बैंक बुलवाया जाता है वा उनसे सादे जमा व निकासी वाउचर पर अंगूठा वा हस्ताक्षर करवा लिया जाता है वा बाद में किसानों को पता चलता है कि बिना किसानों के जमा व निकासी काउंटर पर बिना गए हुए बैंक मैनेजर अपने ही पैसे किसानों के खातों में बिना किसानों के मौजूदगी के जमा करके निकाल लेता है , जिससे अब किसानों यह भी डर सताने लगा है कि उनके खाते में फर्जी तरीके से मैनेजर के द्वारा किए गए ट्रांजैक्शन की वजह से शायद अब उन्हें कर्जमाफी या किसी प्रकार की छूट ना मिले l वा किसानों के बचत खातों पर लगी रोक हटाने से मना कर देता है जिस कारण किसानों द्वारा लॉकडाउन में मनरेगा में किए गए कार्य वा सरकार द्वारा प्राप्त विभिन्न योजनाओं के पैसे नहीं निकाल पा रहे हैं जबकि मैनेजर को किसानों के इन पैसों को रोकने का कोई अधिकार नहीं है l बड़े-बड़े बकाया धारको वा डिफॉल्टरो से कोई पूछताछ नहीं की जा रही जबकि छोटे कर्ज़ धारकों वा क्रेडिट कार्ड बनवाए हुए किसानों को अनर्गल तरीके से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है जबकि छोटे किसान वा गरीब लोग कोरोनावायरस की वजह से पहले से ही आर्थिक रूप से बहुत परेशानी में हैं वही मैनेजर द्वारा इस समय जिस प्रकार किसानों को क्रेडिट कार्ड के लिए मानसिक व आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है जो कभी भी किसी बड़ी घटना का कारण बन सकता है l आखिर गरीब जनता और गरीब किसान कब तक मैनेजर की ऐसी मनमानी को सहेगा l आखिर कब बैंक के उच्च अधिकारी बैंक मैनेजर की करतूतों को देखेंगे वा गरीब जनता की समस्याओं को समझेंगे l
जनसुनवाई प्रति |
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