गोरखनाथ मंदिर के प्रबंधक को दिया प्रार्थना पत्र
आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। जिला केरोसिन एसोसिएशन ने आम आदमी को मिट्टी तेल वितरण न करवाने पर गोरखपुर मंदिर पहुँच कर प्रार्थना पत्र दिया गया। जिससे इस कोरोना महामारी में पात्र आम जनमानस को मिट्टी तेल उपलब्ध करवाया जा सके। भीषण गर्मी व विद्युत कटौती की मार ने आम गरीब को परेशान कर रखा है। बरसात के इस मौसम में जहां जहरीले जीव जंतुओं का खतरा रहता है। वही पात्र गरीब जन मानस के पास अगर रोशनी के लिए मिट्टी का तेल न मिले तो अंधेरे में बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विषैले जीवो का खतरा भी बना रहता है। अंधेरे में आम जनमानस को मिट्टी का तेल बेहद ही जरूरी है। लेकिन मिट्टी का तेल वितरण करने में आपूर्ति विभाग जी अड़ंगेबाजी हर दिन हो रही है। जिससे कई माह से आम गरीब लोगों को रोशनी के लिए तरसना पड़ रहा है। जो इस कोरोना काल मे एक तरह से प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा है।
बताते चले कि आपूर्ति विभाग के कारगुजारियों से परेशान जिला केरोसिन एसोसिएशन ने बीते दिनों इस बाबत डीएम को भी प्रार्थना पत्र दिया गया था। लेकिन अभी तक इस बाबत कोई भी मुक्कमल कार्यवाही नही हो पाई है। जिससे निराश होकर जिला केरोसीन एसोसिएशन ने गोरखनाथ मंदिर पहुँचकर मंदिर प्रबंधक को प्रार्थना पत्र दिया गया। जिसमें मुख्यमंत्री को संबोधित प्रार्थना पत्र में बताया गया कि शासनादेश के द्वारा पात्र आमजनों में मिट्टी के तेल वितरण का आदेश दिया गया था। लेकिन जनपद के जिम्मेदार अधिकारी द्वारा इस शासनादेश के अनुपालन में लापरवाही बरती गई। जिससे गरीबो में मिट्टी तेल का वितरण नही हो पाया है। बीते साल आये शासनादेश के मुताबिक पात्र लोगो में सर्वे के अनुसार ही जनवरी, फरवरी में मिट्टी तेल का वितरण किया गया। जिसके बाद से बिना कारण के मार्च के माह में वितरण नही करवाया गया। मार्च माह में ही कोरोना महामारी ने देश को लॉक डाउन कर दिया गया फिर भी प्रशासन ने पात्र आम जनमानस मिट्टी तेल वितरण नही करवाया गया। एक तरफ सरकार आम गरीब जनता के लिए तत्परता से उनके दुख दूर करने में लगी रही। वही जिला आपूर्ति अधिकारी मिट्टी तेल वितरण में लापरवाही ही बरत रहे है। पुनः अप्रैल में आये शासनादेश के मुताबिक प्रथम त्रैमास में मिट्टी तेल का वितरण हो जाना चाहिये था लेकिन जिम्मेदारी नित नए नियम बनाकर मिट्टी तेल वितरण करवाने में लापरवाही कर रहे है। पूर्व में हुए सर्वे को आधार मानकर जनवरी, फरवरी में वितरण हुआ था लेकिन बिना कारण के मार्च में ब्रेकअप कर दिया गया। इसबार नए नियम में पुनः सर्वे करवाने के लिए कहा गया है। जबकि जून माह अपने अंतिम सप्ताह की अग्रसर है। जो जिला आपूर्ति के द्वारा दिया गया सर्वे का हो पाना मुश्किल है। जिससे नाराज जिला केरोसिन एसोसिएशन ने गोरखनाथ मंदिर पहुँच कर अपनी समस्या को जिम्मेदार प्रबंधक के सामने रखा गया है। जिसे जिला केरोसिन एसोसिएशन ग्रामीणो की समस्या को ध्यान में रखते हुए शीघ्रता से हल करने का मांग किया गया है।
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