वासुदेव यादव
अयोध्या। सिद्धपीठ श्री लक्ष्मण किला मंदिर के संस्थापक रहे स्वामी युगलान्ययशरण जी महाराज की 142वी पुण्यतिथि सोमवार को बड़े ही हर्ष व उल्लास के साथ मनाया गया।
इस दौरान स्वामी जी की प्रतिमा के समक्ष गीत संगीत निवेदित कर व उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनको नमन व याद किया गया। इस मंदिर के वर्तमान गौ सन्त पर्मार्थसेवी सेवी महंत मैथिलीरमणशरण जी महाराज ने स्वामी जी को प्रकांड धार्मिक वेत्ता बताते हुए कहा कि इस मंदिर की स्थापना में स्वामी जी का बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने अनेकों धार्मिक ग्रंथ की रचना की और भक्तों व शिष्यों को सदमार्ग प्रदान किए, तो वहीं दूसरी ओर धार्मिक विद्वान आचार्य मिथिलेशनंदनीशरण ने अपने गुरु के प्रति सच्ची श्रद्धा निवेदित किया।
इसके साथ ही विराट भंडारे का भी आयोजन हुवा। जिसमें आये लोगो का स्वागत सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम में अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, सांसद लल्लू सिंह, पार्षद आलोक मिश्र, भाजपा महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्र, महंत सुशील दास, महंत बृजमोहनदास, महंत मनीषदास, महंत अर्जुनदास, पार्षद पहलवान घनश्याम दास, महंत राजीव लोचन शरण, बाबा रविदास, महंत राजीव लोचन शरण, महंत जन्मेजय शरण, महंत सुशीलदास, महंत ब्रिजमोहनदास, महंत रामदास बालयोगी, स्वामी कृपालु जी महाराज, महंत अवधेश कुमारदास महंत रामलखनदास, पुजारी रामदास, महंत शशिकांतदास, महंत छोटू दास, महंत राजन बाबा, पार्षद अनुजदास सहित अन्य संत महंत शिष्य काफी संख्या में शामिल रहे।
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