भक्तों की मुराद पूरी करती हैं समय माता : पुजारी भास्कर महाराज जी
आलोक कुमार बर्नवाल
सन्तकबीरनगर। चैत्र रामनवमी के पहले दिन सुबह से ही पूजन अर्चन के लिए मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। खलीलाबाद में स्थित समय माता का मंदिर लोगों के लिए आस्था और श्रद्धा का केंद्र हैं। यहां पर श्रद्धालुओं की मांगी गई सभी मुरादें पूरी होती हैं। प्राचीन काल का यह मंदिर अब भव्य रूप में लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
मंदिर के पुजारी भाष्कर महाराज और उनके सहयोगी पुजारी सुरेश मिश्रा बताते है कि इस मंदिर को सद्भाव के प्रतीक रूप में भी देखा जाता है। साल भर यहां पूजा-पाठ, कथा, मुंडन, शादी आदि मांगलिक कार्य होते रहते हैं। सुबह-शाम होने वाली मां की आरती दर्शनीय होती है। जिले के आसपास के क्षेत्रों के श्रद्धालुओं की भीड़ समय माता के दर्शन के लिए लगी रहती है। भक्तों की मुरादें पूरी होती हैं। इस दरबार से कोई खाली नहीं जाता है।
151 किलोग्राम चांदी का बना है सिंहासन
समय जी महारानी सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष अमर नाथ रूंगटा बताते है कि 1967 में श्री समय जी महारानी धर्मशाला कमेटी के नाम से मंदिर में पूजा अर्चना होती थी। 1967 में यहां धर्मशाला बनवाया गया था। बाद में धर्मशाला कमेटी का नाम बदल कर समय जी महारानी सेवा ट्रस्ट हुआ और जनसहयोग से मंदिर को भव्य रूप दिया गया।
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