प्रतापगढ़:एक तरफ जहाँ पूरा देश कोरोना की महामारी से कराह रहा है और लाकडाउन व महामारी के कारण रोजगार छिन जाने से अनगिनत घरों में चूल्हे न जलने से बच्चों के भूंखे सो जाने की नौबत आ गयी है. वही दूसरी तरफ हमारी चाइल्डलाइन में प्रतिदिन आधा दर्जन कालें रोजाना आ रहीं है, जिसमें कालर द्वारा मदद की गुहार लगायी जाती है कि- भैया बच्चे भूंखे है-कृपया राशन की मदद करें और चाइल्डलाइन टीम के सदस्य चाहे बरसात हो या धूप उसी दिन कालर के घर पहुँच कर परिवार को राशन पहुंचा देते हैं.
चाइल्डलाइन प्रतापगढ़ के इस जुझारूपन की जानकारी जब प्रतापगढ़ स्थित अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मलेन के प्रांतीय पदाधिकारी अशोक अग्रवाल को हुई तो उन्होंने आटा, चावल, दाल, तेल, मसाला, आलू, प्याज व बिस्कुट सहित 10 पैकेट सामग्री कोरोना राहत सामग्री चाइल्डलाइन को सप्रेम भेंट की और आश्वासन दिया कि हम आगे भी चाइल्डलाइन के माध्यम से कोरोना पीड़ितों को मदद देते रहेंगे. उल्लेखनीय है कि अशोक अग्रवाल के एक रिश्तेदार अंकित अग्रवाल आस्ट्रेलिया में रहते हैं जो सात समुन्दर पार रह कर भी भारत की मिट्टी से लगाव रखते हुए रिश्तेदारों के माध्यम से भारत के गरीबों की अक्सर मदद करते रहते हैं. और इस महामारी में भी वे अपने रिश्तेदारों के माध्यम से भूंखे लोगों को लगातार राशन देने का पुनीत कार्य कर रहें हैं. जिले के प्रतिष्ठित स्टेशनरी व्यवसायी श्री अग्रवाल ने चाइल्डलाइन के माध्यम से गरीब बच्चों को कापी-किताब के रूप में भी मदद देने का अपना संकल्प दोहराया.
चाइल्डलाइन प्रतापगढ़ ने भी ऐसे असली कोरोना वारियर्स अशोक अग्रवाल की भूरि-भूरि प्रसंशा करते हुए इन्हें सम्मानित करने का निर्णय लिया है.
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