दुर्गा सिंह पटेल
बभनजोत गोंडा।कोविड19 जैसी घातक बीमारी में जब कोई अपना काम न आया और अपने अपने न रहे तो ठीक उसी समय गरीबों के बारे में सरकार ने सोचा तथा खाने के लिए फ्री राशन की व्यवस्था दी जिसमें प्रति यूनिट पांच किलो राशन राशनकार्ड धारकों को फ्री राशन की सौगात दी और साथ ही साथ यह कहा कि गरीबों का राशन खाने वाले कोटेदारों को बख्शा नहीं जाएगा
लेकिन उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में स्थित विकास खंड बभनजोत में कुछ और ही गड़बड़ झाला चल रहा है दरअसल आपको बताते चलें कि विकास खंड बभनजोत के ग्राम पंचायत पिपरा अदाई में कोटेदार की कालाबजारी को लेकर कोटेदार पर विभाग द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई थी जिसके बाद पिपरा अदाई की कोटे की दुकान पड़ोस के कोटेदार लवकुश कुमार में यह सोचकर अधिकारियों ने अटैक कर दिया कि लवकुश कुमार पूरी ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था कोटेदार लवकुश कुमार भी पहले कोटेदार की तरह निकले और लवकुश कुमार जनता के साथ साथ अधिकारियों का भरोसा उस वक्त तोड़ बैठे जब उन्होंने गांव के कुछ कार्डधारकों का प्राक्सी के माध्यम से राशन खारिज कर दिया लेकिन राशन वितरण नहीं किया।
गरीबों का राशन खाने वाले कोटेदारों पर कार्रवाई होती भी है या नहीं
या शासन प्रशासन के दावे हवा हवाई निकलेंगे।
वहीं इस संबंध में खंड विकास अधिकारी बभनजोत प्रदीप कुमार चौधरी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है जांच के उपरांत दोषी होने पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी साथ ही साथ उन्होंने फोन काल के माध्यम से पूर्ति निरीक्षक बभनजोत चंदन कुमार के संज्ञान में भी मामला पेश कर दिया है
अब देखना होगा कि अपने कामों से चर्चा में रहने वाले तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने वाले खंड विकास अधिकारी बभनजोत यहां कितना ठोस कदम उठाते हैं
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