अखिलेश्वर तिवारी
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर वात्सल्य ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट के बच्चों ने कारगिल युद्ध विजेता विजय कुमार सिंह से बातचीत की जिसमें बच्चों ने विजय कुमार से अनुशासन के महत्व के बारे में ऑनलाइन चर्चा की। विजय दिवस के अवसर पर ऑनलाइन कला, निबंध, भाषण तथा सामूहिक गान प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया ।
कारगिल युद्ध में शामिल हमारे देश के गौरव विजय कुमार सिंह से ऑनलाइन बातचीत करते हुए कक्षा 3 के छात्र अरिहंत शुक्ला एवं यूकेजी की छात्रा नित्या सिंह ने पूछा कि वे डॉक्टर बनना चाहते हैं तथा भविष्य में वे सेना में अपनी सेवा किस प्रकार दे सकते हैं। विजय कुमार ने जवाब दिया कि आज खूब पसीना बहाने की आवश्यकता है ,आप बच्चे जितना पसीना आज बहा लेंगे कल देश के लिए उतना ही खून बहा सकेंगे। जितना कठिन परिश्रम इस अवस्था में बच्चे करेंगे ,उतना ही भविष्य में राष्ट्र के निर्माण में आपका योगदान होगा। विजय कुमार सिंह ने बताया कि जरूरी नहीं है कि हर व्यक्ति सेना में ही शामिल हो पाए, हम शिक्षक बन के, डॉक्टर बन कर, इंजीनियर बन कर या किसी भी व्यवसाय में लग करके ईमानदारी से अपने कार्य को करते हुए राष्ट्र की सेवा कर सकते हैं। बच्चों की उत्सुकता को शांत करते हुए उन्होंने कहा कि पहले आप डॉक्टर, इंजीनियर बनिए फिर भारतीय थल सेना जल सेना वायु सेना में भी आप अपना भविष्य बना सकते हैं । सेना मे भी डॉक्टर , इंजीनियर की आवश्यकता होती है। श्री सिंह ने लड़कियों की शिक्षा हेतु अभिभावकों से विशेष आग्रह किया, कि बालिकाएं किसी भी क्षेत्र में बालकों से पीछे नहीं हैं । सेना में भी बालिकाएं कंधे से कंधा मिलाकर देश की सुरक्षा कर रही हैं। उन्होंन कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। इसलिए शरीर को स्वस्थ रखने की आवश्यकता है । आज की ऑनलाइन परिचर्चा में बच्चों ने ना सिर्फ बातचीत की बल्कि कारगिल युद्ध के दौरान हुई घटनाओं के बारे में भी विजय सिंह ने कहानी के माध्यम से बच्चों को सुनाया। इस अवसर पर एस एस बी कैम्पस जा कर विद्यालय की शिक्षिकाओं ने असिस्टेंट कमांडेंट को सम्मान पत्र एवं तुलसी का पौधा देकर के विद्यालय की तरफ से कारगिल विजय दिवस की बधाई दी तथा बच्चों से ऑनलाइन बात कराई । बच्चों के विभिन्न कार्यक्रमों में भी ऑनलाइन एसएसबी अधिकारीगण सम्मिलित हुए।
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कला निबंध, भाषण तथा सामूहिक गान प्रतियोगिता का आयोजन ऑनलाइन विद्यालय में किया गया । कला प्रतियोगिता में कक्षा नर्सरी की छात्रा शगुन थापा ने प्रथम सौम्या थापा ने द्वितीय एवं कक्षा एलकेजी में छात्रा तानिया चौधरी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। सामूहिक गान प्रतियोगिता में ऑनलाइन जयेश प्रताप सिंह, वैष्णवी वर्मा ,अंशु वर्मा आदित्य रावत ,आदर्श रावत ,शिवांग राजभर, दृष्टि सिंह ,अरिहंत शुक्ला, मृत्युंजय पांडे शाश्वत गुप्ता ,आयुष शर्मा अभिषेक जयसवाल , रितुल आनंद ,सृष्टि के ग्रुप ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। निबंध प्रतियोगिता में अंशु वर्मा ने प्रथम, रीत जसवाल ने द्वितीय ,वैष्णवी यादव ने विशेष पुरस्कार प्राप्त किया। कक्षा पांच में छात्रा नाजरीन ने प्रथम एवं अजीम ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा आराध्या चौहान को विशेष स्थान प्राप्त हुआ। इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता में यूकेजी के छात्र कुशाग्र मिश्रा को प्रथम , श्रेया यादव को द्वितीय एवं गौरव शर्मा को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ ।ऋषभ जायसवाल एवं वैष्णवी जैसवाल को विशेष स्थान प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ आशुतोष प्रसाद शुक्ला ने बताया कि बच्चों के अंदर शक्ति का पुंज है इन्हें अभिभावक, शिक्षक एवं समाज अगर इनके भविष्य के लिए अच्छी-अच्छी बातें बताएंगे तो वह दिन दूर नहीं जब भारत सोने की चिड़िया बनकर फिर से विश्व पटल पर आगे बढ़ेगा आपने कहा कि बच्चों को अनुशासन के साथ साथ धैर्य की बहुत आवश्यकता है ।आलस्य को हटाकर के विकास की ओर बढ़ने की एक जिद बच्चों में होनी चाहिए। बच्चों को हर समय कठिन परिश्रम से पीछे नहीं हटना चाहिए ।इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षिकाएं दिव्या गिरी ,जया तिवारी ,प्रिया तिवारी ,रोशनी शुक्ला ,आरोही मिश्रा, कृष्टि यादव, आकांक्षा चौहान, शेफाली जयसवाल, सत्यम शुक्ला उपस्थित रहे।
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