दुर्गा सिंह पटेल
मसकनवा गोंडा:- प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही पर्यावरण संरक्षण को बनाए रखने के लिए प्रति वर्ष करोड़ों की संख्या में अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के द्वारा पौधे लगवाकर वृक्षारोपण महोत्सव मनाकर पर्यावरण संरक्षण को मजबूत करने का काम करते हो। लेकिन अधिकारी व कर्मचारी अपनी खाऊ कमाऊ आदत के चलते लकड़ी कटान पे अंकुश नही लगा पा रहे है ।
ताजा मामला गोंडा जिले के वन रेंज टिकरी के असरफ़ाबाद बीट से आया है जहाँ पर एक ही रात में लकड़ी माफियाओं ने 1 ही नही बल्कि 2 बेशकीमती हरे भरे जंगल मे लगे सागौन के पेड़ को काट ले उड़े और वन विभाग की टीम सोती रही।
इतना ही नही माफियाओं के हौसलें इस कदर बुलंद हो गए हैं कि झाड़ियों को काटकर लकड़ी के बोटा को रेलवे लाइन उस पार से इस पार कर लाखों की बेशकीमती लकड़ी ले उड़े।
वन विभाग के कर्मियों के गस्ती की खुली पोल
रात्रि गस्ती का दावा करने वाले वन रक्षक व वन दरोगा की कटान ने पोल खोल रख दी है माफियाओं ने लाखों के बेशकीमती पेड़ काट कर ले उड़े और वन विभाग को इसकी भनक भी नही लगी।
सवाल अब यह उठता है कि जब रात्रि में वन विभाग की टीम गस्त कर रही थी तो आखिर कैसे कटान हो गया है।
सूत्रों की माने तो टिकरी रेंज में आये दिन जंगल से पेड़ की कटान धड़ल्ले से होती रहती है जंगल ठूठ में तब्दील होता जा रहा है लेकिन तब भी कटान पे अंकुश नही लगा पा रहा है।
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