बी पी त्रिपाठी
गोंडा 21 अक्टूबर। श्रमिक बंधुओं की निर्मम हत्या अपूर्णनीय क्षति है ’जम्मू कश्मीर’ में विगत कुछ दिनों में राष्ट्र निर्माण में सहयोगी निर्दोष ’शिल्पकारों/श्रमिक बंधुओं’ की ’निर्मम हत्या’ आतंकवादियों द्वारा कर दी गई है ।
जो कि अपूर्णनीय क्षती है व ’श्रमिकोंध् कामगारों’ के अंदर भय व्याप्त हो गया है जिसका’विपरीत प्रभाव’ राष्ट्र के विकास पर पड़ेगा व मृतक श्रमिक बंधुओं का परिवार असहाय स्थिति में है व घोषित सहायता राशि उनके परिवार के सुचारू रूप से निर्वहन हेतु अपर्याप्त है।
राष्ट्रीय महासचिव सर्वेश पाठक के निर्देशानुसार गत बुधवार को राष्ट्रीय संयोजक अजेय विक्रम सिंह व जिलाध्यक्ष गुरुवचन शर्मा के नेतृत्व में प्रधानमंत्री को सम्बोधित जिलाधिकारी को 4 सूत्रीय मांग पत्र दिया गया।
जो निम्न है :
- प्रत्येक मृतक श्रमिक बंधुओं के परिवार को कम से कम ’50 लाख रु. की सहायता राशि’ प्रदान की जावे।
- प्रत्येक मृतक श्रमिक बंधुओं के परिवार के आश्रित को एक ’सरकारी नौकरी’ प्रदान की जावे।
- मृतक श्रमिक बंधुओं के हत्या में शामिल प्रत्येक अभियुक्तों को ’कठोरतम दंड’ दिलाया जावे।
- जम्मू कश्मीर में श्रमिकों/कामगारों को ’भय मुक्त कार्य’ का वातावरण प्रदान कराया जाये।
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