वासुदेव यादव
अयोध्या। जीवन अमृत और संकट मोचन सेना के संयुक्त तत्वाधान में दीनबंधु नेत्र चिकित्सालय के परिसर में आयुर्वेद महाकुंभ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संकट मोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत संजयदास ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति सबसे पुरानी है। आयुर्वेद ही सभी जटिल रोगों को जड़ से खत्म करने में सक्षम है।
हम सभी को आयुर्वेद के उत्पाद का हर मर्ज में उपयोग करना चाहिए और यह हमारे हिंदुस्तान की सबसे धार्मिक और प्राचीन पद्धति है। हम सभी का आयुर्वेद के सभी उत्पादों पर पूर्ण रूप से भरोसा है।
कार्यक्रम के संयोजक वजीरगंज जिला गोंडा के वैद्य अभय नारायण मिश्र ने बताया कि कार्यक्रम में हजारों की संख्या में आयुर्वेद के डॉक्टर विद्यार्थी और उससे जुड़े लोग हर प्रदेश व जनपद के शामिल रहे। आयुर्वेद महाकुंभ का आयोजन 27 व 28 नवम्बर 2 दिन किया गया है। इससे पूर्व कार्यक्रम में अयोध्या के समस्त संत- महंत का कार्यक्रम आयोजन समिति द्वारा सुभव्य स्वागत सम्मान किया गया।
इस दौरान आए आयुर्वेद के विद्वानों और डॉक्टरों ने आयुर्वेद के उत्पाद चिकित्सा पद्धति पर व्यापक रूप से प्रकाश डालें कार्यक्रम में हनुमानगढ़ी के प्रमुख पुजारी हेमंतदास, स्वामी दिलीप दास महाराज, बाबा माधवदास, डॉक्टर महेशदास, महंत बलरामदास, जगद्गुरु राम दिनेशा चार्य, महन्त राम भूषण दास कृपालुजी, युवा पहलवान अभिषेकदास, महन्त सुरेशदास, महन्त वैदेही बल्लभशरण, महन्त राजीवलोचनशरण, आशीष मिश्र, इन्द्रसेन, सतीश चन्द, कविराजदास सहित अन्य लोग शामिल रहे। वही देर शाम कार्यक्रम में शामिल सभी लोगो ने मां सरयू का दर्शन किए और आरती में प्रतिभाग किए।
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