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मनकापुर के गुनौरा पहुँची जांच टीम, लाखो रूपये के सरकारी धन के गमन की जाँच शुरू

बी पी त्रिपाठी

गोण्डा। प्रदेश के  लोकायुक्त, इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके न्यायमूर्ति संजय मिश्र के निर्देश पर ब्लाक मनकापुर की ग्राम पंचायत गुनौरा में हुए लाखो रूपये के सरकारी धन के गमन की जांच शुरू हो गयी है। डीएम मार्कडेय शाही के निर्देश पर जनपद स्तरीय टीम का गठन किया गया है।



मंगलवार को टीम गांव में जांच करने पहुंची तो हड़कम्प मच गया। शिकायतकर्ता राम प्रसाद, कृष्ण मोहन चतुर्वेदी व पूर्व प्रधान रघुनायक द्विवेदी के पक्ष के लोग सामने आ गये।



सबसे पहले प्राथमिक स्कूल गुनौरा में जिला विकास अधिकारी दिनकर विद्यार्थी, उपायुक्त मनरेगा संत कुमार,एई सिद्धार्थ सिंह सेंगर  पहुंचे। 



जांच टीम को मिला भ्रष्टाचार का बोलबाला


जांच करने पहुंची टीम कार्य देख दंग रह गयी। स्कूल में लगभग साढे पांच लाख रूपये सरकारी धन खर्च करने के बाद भी स्कूल की हालत खराब दिखी। रनिंग वाटर के नाम पर 70 हजार रूपये, रंगाई पुताई के नाम पर डेढ लाख रूपये, टाइल्स लगवाने के नाम पर ढाई लाख रूपये व्यय दिखाया गया है। वही मरम्मत हेतु 80 हजार रूपये खर्च करना बताया गया। 




जबकि मौके पर कार्य बहुत ही घटिया पाया गया तथा बच्चों के पेय जल की व्यावस्था बहुत खराब दिखी। एक भी टोटी नहीं लगी पायी गयी।




इसके बाद टीम गरीब कल्याण योजना से बनने वाले पशु सेड की जांच करने पहुंची तो पशु सेड अधूरे पाये गये। राघव राम पुत्र सीताराम के नाम से पशु सेड बना दिखाया गया था जो जांच में अधूरा पाया गया।




सिर्फ लोहे के इंगल पर घर के पीछे की दीवाल से एक टीना लटका मिला । उस पर जानवरों के लिये कोई नाद आदि बना नहीं पाया गया । जबकि प्रति सेड लगभग डेढ लाख रूपये सरकारी खर्च आता है। एक पशु सेड में लगभग 45 बोरी सीमेंट का प्राकलन बनाया जाता है लेकिन यहा तो दस बोरी भी खर्च नहीं पाया गया। 


शिकायतकर्ता का आरोप

टीम तालाब खुदाई, खंडजा निर्माण, नाली निर्माण की जांच कर रही है। शिकायत कर्ता का आरोप है कि एक ही नाली निर्माण को नाम बदल कर लाखो रूपये का भुगतान दो दो तीन तीन बार निकाला गया है।




वही तालाब की खुदाई हुई ही नही लेकिन आईडी बदल बदल कर लाखो रूपये कि भुगतान ले लिया गया। 




हुआ फर्जी भुगतान

वही द्विवेदी टेर्डस जो कि ग्राम प्रधान के सगे भाई हैं उनके फर्म पर लाखों रूपये का भुगतान फर्जी तरीके से किया गया है। पुराने लगे खंडंजे को नया कार्य दिखा कर लाखो रूपये गमन कर लिये गये है।



हैंड पम्प मरम्मत व रिबोर के नाम पर लाखो रूपये गमन किये गये है। टीम देर शाम तक निरीक्षण करती रही दोनों पक्ष आपस में तूतू मैं मैं करते दिखे। 


बोले अधिकारी

डीडीओ दिनकर विद्यार्थी ने बताया कि अभी जांच चल रही है लेकिन प्रथम दृष्टया गमन प्रतीत हो रहा है जिसकी रिपोर्ट सम्पूर्ण जांच पूरी हो जाने पर डीएम साहब को सौंपी जायेगी।

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