बी पी त्रिपाठी
मेहनवन, गोंडा:देश की तीनों सेनाओं के प्रमुख अमरत्व प्राप्त स्वर्गीय विपिन रावत धर्म पत्नी श्रीमती मधुलिका रावत सहित असामयिक माँ भारती की सेवा से विरत सभी सैन्य अधिकारियों की पवित्र आत्माओं के सम्मान में सिर झुका कर दो मिनट का मौन धारण किया गया।
जन सम्पर्क के लिए अपने विधान सभा क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान मेहनवन की पूर्व विधायिका नन्दिता शुक्ला ने पृथ्वी पालगंज, अयाह, पूरेलेदई, सोमरही, नौसी सहित दर्जनों गाओं में जनसम्पर्क के दौरान सभी भारतीयों का दिल जीतने का काम किया है उन्होंने एक अनूठी परम्परा की शुरुवात की।
जन सम्पर्क के दौरान इस बात की सामूहिक चर्चा की जिसमे उन्होंने लोगों के समक्ष अमूल्य विचार रखते हुए कहा की भारतीय मूल संस्कृति के उत्तरोत्तर वृद्धि के लिए देश की सर्वोच्च न्यायालय माननीय सुप्रीम कोर्ट को भारत के वीर सपूतों की शहादत अथवा दुर्घटना की भेंट चढ़ जाने पर, मर जाने, मारे जाने, मृत्यु, निधन, जैसे सामान्य सूचक शब्दों का प्रयोग प्रतिबंधित कर देना चाहिए, माँ भारती की सुरक्षा में अपने प्राणों को उत्सर्ग करने वाले अमरत्व को प्राप्त करते हैं उन्हें सामान्य की श्रेणी से सर्वोच्चता प्रदान करने की ये मांग देश के प्रत्येक नागरिक की होनी चाहिए।
जनसम्पर्क के दौरान उन्होंने कई ग्राम सभाओं में सामूहिक रूप से श्रद्धांजलि देने के साथ अमरत्व प्राप्त सैनिकों के सम्मान में सिर झुका कर मौन धारण किया, इस दौरान अटूट समर्थक रामानन्द तिवारी, उमंग मिश्रा, दुर्गेश मिश्रा, रामप्रसाद, नान्हू, राजन, गुल्ली, मस्तराम आदि दर्जनों कार्यकर्ता व समर्थक उपस्थित रहे।
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