बजाज चीनी मिल पर चल रहे किसानों के धरना प्रदर्शन को अधिवक्ता रूचि मोदी ने दिया समर्थन
किसानों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा : आजाद
ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। बजाज चीनी मिल कुंदरखी द्वारा पिछले गन्ना पेराई सत्र का करीब 158 करोड़ रूपये का भुगतान अब तक न किए जाने को लेकर अवध केसरी सेना के बैनर तले शुरू किया गया।
धरना-प्रदर्शन मंगलवार को तीसरे दिन जारी रहा। आज अधिवक्ता व जिले की चर्चित समाजसेविका रूचि मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर अपना पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की।
रूचि मोदी ने अवध केसरी सेना की तारीफ की। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए चीनी मिल प्रशासन को चेतावनी दी और कहा कि तानाशाही कतई नहीं चलने दी जाएगी।
रूचि ने कहा कि यदि बजाज मिल किसानों का बकाया भुगतान करने में सक्षम नहीं है तो जिला प्रशासन को इसे संज्ञान में लेते हुए मिल में हमेशा के लिए ताला लगा देना चाहिए।
उन्होंने सत्तापक्ष के नेताओं को भी ललकारा। कहा कि चुनाव के दौरान नेताओं को किसानों की बहुत याद आती है लेकिन जब इन्हीं अन्नदाताओं के बल पर वह जीतकर लोकसभा व विधानसभा में पहुंच जाते हैं, तब इनके दुख-दर्द को भूल जाते हैं।
यह बहुत ही निंदनीय कृत्य है। उन्होंने गोण्डा सांसद कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया पर भी निशाना साधा। कहा कि धरना स्थल से कुछ किलोमीटर दूर ही मनकापुर सांसद आवास है। उनको भी यहां पर आना चाहिए और किसानों के दर्द को महसूस करना चाहिए।
पूर्व विधायक राम विशुन आजाद ने अपना समर्थन देते हुए कहा कि भाजपा सरकार पूर्ण गन्ना भुगतान का ढिंढोरा पीट रही है लेकिन असलियत जगजाहिर है। उन्होंने कहा कि भाजपा किसान विरोधी रही है। यह पूंजीपतियों की पार्टी है।
उन्होंने कहा कि किसानों के साथ अन्याय किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धरना प्रदर्शन के तीसरे दिन भी सपा नेता शैलेंद्र सिंह बब्बू विशेन पहुंचे और किसानों के समर्थन में हुंकार भरी।
उन्होंने कहा कि किसान हित में लड़ाई आरपार की होगी। इसलिए बजाज मिल प्रशासन होश में आ जाए, अन्यथा उसे परिणाम भुगतान होगा।
इस अवसर पर अवध केसरी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर नीरज सिंह, प्रदेश अध्यक्ष नील ठाकुर, प्रदेश प्रभारी मानवेन्द्र सिंंह मोनू, आलोक सिंह बाबा, विष्णु दत्त सिंह विशेन, सतपाल सिंह, काजीदेवर प्रधान प्रतिनिधि प्रदीप तिवारी सहित हजारों की संख्या में किसान मौजूद रहे।
नीरज सिंह ने कहा कि नया पेेराई सत्र शुरू हो चुका है, लेकिन बजाज चीनी मिल कुन्दरखी किसानों का पुराना बकाया लगभग 158 करोड़ रूपए भुगतान नहीं कर रही है।
चीनी मिल के अधिकारियों ने 15 दिन के अंदर भुगतान करने की बात कही थी, लेकिन अभी तक एक पैसे का भुगतान नहीं किया गया।
चीनी मिल भुगतान न करके किसानों का उत्पीड़न कर रही है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
48 घंटे से ठप्प है पेराई
बजाज चीनी मिल के महाप्रबंधक (गन्ना) योगेन्द्र सिंह ने बताया कि तत्काल भुगतान कर पाना असंभव है।
उन्होंने कहा कि रविवार की रात आठ बजे से मिल का संचालन गन्ना न होने के कारण बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि 48 घंटे से पेराई कार्य ठप है। किसानों का गत वर्ष का भुगतान आगामी 15 जनवरी तक कर दिया जाएगा।
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