रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। मकर सक्रांति के मौके पर जहां लाखों श्रद्धालु स्नान दान करके खिचड़ी का भोग लगाते थे वहां घाट पर सन्नाटे की दस्तक व पुलिस का पहरा रहा।
कोरोना संक्रमण के चलते सरयू तट स्थित कटरा घाट पर इस बार मेले का आयोजन नहीं हो सका।
सीमित संख्या में श्रद्धालुओं स्नान किया। मकर संक्रांति के अवसर पर शनिवर को कटरा घाट सरयू नदी में डुबकी लगाने के लिए हर बार की तरह आस्था का सैलाब नही उमड़ सका।
कोरोना महामारी के चलते स्नान पर्व पर प्रशासन की रोक व मकर संक्रांति दो दिन पड़ जाने के चलते भीड़ नदारद रही।
फिर भी सरयू नदी के कटरा घाट व पसका परसपुर सहित विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। सरयू के कटरा घाट पर छिटपुट श्रद्धालुओं के स्नान का सिलसिला तड़के चार बजे से ही शुरू हो गया।
घाट पर स्नान करने के साथ ही मंदिरों में पूजन अर्चन की धूम रही। हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत शासन निर्देश पर पुलिस व प्रशासन ने मेले का आयोजन नही करने दिया।
मकर संक्रांति के दिन होने वाले स्नान का विशेष महत्व है। खासकर ग्रामीण इलाकों में लोग इस पर्व को मनाने के लिए ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान दान करते हैं। जिससे उन्हें पुण्य लाभ की प्राप्ति होती है।
कटरा घाट सरयू तट पर सुबह 10 बजे श्रद्धालुओं से ज्यादा पुलिस दिखाई दी। राजस्व निरीक्षक अवधेश कुमार, लेखपाल प्रभात कुमार, रवि सिंह सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
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