गोण्डा:मनकापुर के शास्त्री नगर स्टेट बैंक के बगल चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास पूज्य श्री अतुल जी महाराज ने धुंधकारी की कथा का वर्णन करते हुए कहा- धुंधकारी बहुत बड़ा पापी था जो मरने के बाद शैतान रूप में आया उसके भाई गोकर्ण ने उसके प्रेत योनि से उबारने के लिए श्रीमद् भागवत कथा का अनुष्ठान किया। जिससे धुंधकारी को मोक्ष प्राप्त हुआ।
कथा में उन्होंने कहा द्वारकाधीश को जब दुर्योधन हस्तिनापुर में आमंत्रित करता है, तो भगवान के लाख कोशिश के बाद भी दुर्योधन पांडवों को सुई के नोक बराबर भी जमीन देने को तैयार नहीं होता है।
इससे भगवान क्रोधित होकर दुर्योधन के घर का भोजन त्याग कर विदुर के घर पहुंच कर भोजन करते हैं। कथा में श्रोताओं की अपार भीड़ पहुंच रही है।
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