जिला प्रशासन द्वारा सराहनीय योगदान करने वाले सहयोगदाताओं को किया जायेगा सम्मानित
वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतागपढ़। जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने बताया है कि गोवंश हमारी सांस्कृतिक विरासत और भारतीय समाज में पवित्रता का प्रतीक है गोवंश से सर्वसमाज को एक ओर दूध के रूप में पौष्टिक आहार प्राप्त होता है, वहीं दूसरी ओर गाय के गोबर से उपली तथा फसलोत्पादन हेतु देशी खादी प्राप्त होती है।
गोवंश की महत्ता के दृष्टिगत गोवंश के संरक्षण एवं भरण पोषण शासन की शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है।
उन्होने बताया है कि गोवंश के संरक्षण हेतु शासन स्तर से जारी दिशा निर्देश के अनुक्रम में जनपद के विभिन्न स्थलों पर निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल संचालित किये जा रहे है और इनके भरण-पोषण हेतु प्रति गोवंश प्रतिदिन 30 रूपये की दर से शासकीय अनुदान भी प्राप्त हो रहा है।
गो आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंशों के भरण-पोषण की व्यवस्थायें सुनिश्चित की गयी है किन्तु गोवंशों के और बेहतर संरक्षण एवं भरण पोषण के लिये इन गोशालाओं में पर्याप्त मात्रा में भूसा, चारा, दाना आदि की वर्ष भर उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु जनपद के सभी गोवंश आश्रय स्थलों में भूसा बैंक की स्थापना की जा रही है।
इसमें सर्व समाज की स्वैच्छिक भागीदारी आवश्यक है।
जिलाधिकारी ने जनपद के सभी सम्मानित नागरिकों से अपील करते हुये कहा कि निराश्रित गोवंश के भरण-पोषण हेतु अपने निकटतम गोवंश आश्रय स्थलों में स्वेच्छा से भूसा/चूनी-चोकर अथवा हरे चारे का दान देकर गोवंश सरंक्षण में अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान करें।
इस सराहनीय योगदान से जहां एक ओर गोवंश के बेहतर संरक्षण में सहयता मिलेगी, वहीं दूसरी ओर गोवंश संरक्षण में जनसहभागिता की भावना भी बलवती होगी।
जिला प्रशासन द्वारा सराहनीय योगदान करने वाले सहयोगदाताओं को सम्मानित भी किया जायेगा।
सहयोगदाता सहयोग देने हेतु सम्बन्धित विकास खण्ड के खण्ड विकास अधिकारी/पशु चिकित्साधिकारी एवं प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी मोबाईल नम्बर 7376411629 से सम्पर्क कर सकते है।
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