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लालगंज तहसील में वाटर एटीएम में खराबी दूर करते समय करंट की चपेट में आया मैकेनिक,मौत



गौरव तिवारी

लालगंज,प्रतापगढ़: वाटर एटीएम में खराबी दूर कर रहे विद्युत मैकेनिक की करंट की चपेट में आने से दुखद मौत हो गयी। 


मृतक के शव को पुलिस ने पंचनामाकर पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेजवाया है। लालगंज तहसील में अधिवक्ताओं की मांग पर क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा मोना द्वारा वाटर एटीएम की सौगात दी गयी है। 


इसकी देख रेख की जिम्मेदारी नगर पंचायत की कार्यदायी संस्था को मिली है। वकीलों ने शनिवार को वाटर एटीएम के काम न करने को लेकर शिकायत की थी। 


शिकायत पर वाटर एटीएम में खराबी को दूर करने के लिए अंतू थाना के अदमापुर गांव निवासी अमरेन्द्र प्रताप सिंह 35 पुत्र राकेश सिंह दिन में वाटर एटीएम पहुंचा। 


वाटर एटीएम के फिल्टर की कमी को ठीक करते समय वह करंट की चपेट में आ गया। हालाकि अमरेन्द्र की मौके पर ही मौत हो गयी । 


एहतियातन उसे नगर स्थित ट्रांमा सेंटर ले जाया गया। देर रात चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सीएचसी की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कराया। 


शनिवार की रात ही मृतक के शव को पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेजवाया गया। मृतक अमरेन्द्र के चार वर्षीय बेटी आरोही तथा दो वर्षीय बेटा ओम के निराश्रित होने पर परिजनों में कोहराम मचा

हुआ है। अमरेन्द्र शनिवार को घर से लालगंज आया।


 देर शाम तक जब वह घर वापस नही पहुंचा तो परिजन परेशान हो उठे। परिजनों ने ठेकेदार को फोन किया वही ट्रांमा सेंटर में भी मेडिकल स्टाफ से बात कर किसी दुर्घटना की जानकारी भी मांगी। 


रात करीब दस बजे नगर पंचायत के कर्मी उसे खोजते तहसील पहुंचे वहां अमरेन्द्र की बाइक वाटर एटीएम के पास खड़ी थी। खोज-बीन करते जब नगर पंचायत कर्मियों ने वाटर एटीएम के अंदर अमरेन्द्र को मृत देखा तो चीख पड़े। 


मृतक अमरेन्द्र हाथ में प्लास लिये बैठने की मुद्रा में मृत देखा गया। सूचना मिलते ही नगर पंचायत अध्यक्ष अनीता द्विवेदी के प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी तथा बार के पूर्व अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश शुक्ला, अधिवक्ता शैलेन्द्र मिश्र, सभासद रावेन्द्र मिश्र आदि तहसील परिसर पहुंचे । 


सूचना पर कोतवाल कमलेश पाल भी फोर्स के साथ तहसील आये। पुलिस ने मृतक अमरेन्द्र के मृत अवस्था का एहतियातन वीडियों भी बनाया। 


देर रात तहसील परिसर में विद्युुत आपूर्ति नही थी। फिर भी एतिहयातन बिजली घर से ब्रेक डाउन कराया गया। इसके बाद वहां मौजूद लोगों द्वारा  अमरेन्द्र को आनन-फानन में ट्रांमा सेंटर ले जाया गया । 


ट्रामा सेंटर में भी इमजेन्सी सेवा के लिए तैनात मेडिकल स्टाफ खराटे भर रहा था। लोगों के द्वारा शोर शराबा होने पर डाॅक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की नीद टूट सकी। वहां डाॅक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया।


 सूचना मिलते ही अमरेन्द्र के परिजन भी अस्पताल पहुंच गये। परिजनों का विलाप देख लोगों की आंखे भर आयी। पुलिस का कहना है कि सीएचसी की ओर से सूचना के आधार पर पीएम कराया गया है। 


जांच कर कार्यवाही की जायेगी। वही घटना को लेकर जिम्मेदार भी एक बार फिर सवालों के घेरे में आये है। बिजली की आवा जाही जानने के बावजूद जब मैकेनिक वाटर एटीएम ठीक करने गया तो तहसील परिसर की बिजली का ब्रेक डाउन क्यों नही लिया गया। 


वही यह भी सवाल उठ रहा है कि यदि वाटर एटीएम में कही से करंट दौड़ रहा था तो अक्सर तहसील परिसर जैसे महत्वपूर्ण जगह पर वकील व वादकारी भी दिनभर बड़ी संख्या में वाटर एटीएम से पानी पिया करते है। ऐसे में प्रशासनिक लापरवाही के चलते बड़ा हादसा भी हो सकता था।

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