रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। नाले का पता नही, बिना नाला खुदाई कराए ही लगभग 3 लाख 88 हजार का भुगतान हो गया।
विकास खंड करनैलगंज अंतर्गत ग्राम काशीपुर निवासी गजानन्द ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र सहित प्रार्थना पत्र दिया है।
जिसमे कहा गया है कि उसके ग्राम पंचायत में बिना कार्य कराये ही मनरेगा योजना के तहत श्रमिको के बैंक खाते में लाखों रुपये मजदूरी के नाम पर भुगतान किया गया है।
जिसमे सलरू के घर से नकहरा बार्डर तक नाला की खुदाई कराया जाना दिखाकर 3 लाख 88 हजार 86 रुपये का भुगतान किया गया है।
जब कि एक फिट भी नाले की खुदाई नही कराई गई है। इसी तरह जुगुनपाल के खेत से जगपाल के खेत तक नाले की खुदाई नही बल्कि घास की छिलाई कराकर 3 लाख 50 हजार का भुगतान श्रमिको के खाते में किया गया है।
आरोप है कि माधव के खेत से सोहन के खेत तक नाला की खुदाई कराने के लिये 26 जून को 70 श्रमिकों का मस्टर रोल निर्गत कराया गया है।
जब कि मौके पर मात्र 15 श्रमिक घास की छिलाई कर रहे हैं। इस तरह सम्बंधित विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी धन का बन्दरबांट किया जा रहा है।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सोनू शुक्ला का कहना है कि मौके पर काम हो रहा है। लगाया गया आरोप मनगढ़ंत है। यह जरूर है कि कार्य कराने में थोड़ा सा विलम्ब हुआ है।
खंड विकास अधिकारी श्रीकांत तिवारी ने बताया कि मौके पर जाकर प्रकरण की जांच की गई। शिकायत सही पाई गई है जिस कार्रवाई की जा रही है।
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