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विधायक मोना की शिकायत पर टीएसी ने खंगाला निर्माणाधीन अस्पताल की गुणवत्ता, फटकार



लालगंज में पचास बेड के एमसीएच हॉस्पिटल के निर्माण को लेकर विधायक ने शासन को जांच के लिए लिखा था पत्र



लालगंज में निर्माणाधीन महिला बाल चिकित्सालय की जांच मे जुटी टीएसी

गौरव तिवारी 

लालगंज, प्रतापगढ़। नगर स्थित सीएचसी परिसर में निर्माणाधीन पचास बेड के महिला एवं बाल चिकित्सालय की गुणवत्ता खंगालने के लिए मंगलवार को टीएसी की जांच को लेकर यहां दिन भर हडकंप का माहौल दिखा। 


क्षेत्रीय विधायक एवं कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने लोगों की शिकायत पर कुछ समय पहले अचानक अस्पताल के निर्माण कार्य का औचक निरीक्षण किया था। 


उस समय विधायक को वहां पीली ईटें डम्प मिली तो वह नाराज हो उठी थी। हालांकि विधायक की नाराजगी भांपकर कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम के ठेकेदारों ने ईटों को आननफानन मे वहां से हटा दिया था। 


नाराज विधायक आराधना मिश्रा मोना ने अस्पताल के निर्माण कार्य में हो रही खामियों को लेकर शासन को शिकायती पत्र भी भेजा था। 


विधायक के शिकायती पत्र पर मंगलवार को यहां अचानक लखनऊ से प्राविधिक सम्परीक्षा कोष्ठ लोक निर्माण की टीम जांच के लिए आ पहुंची। 


प्राविधिक परीक्षक जसवंत सिंह की अगुवाई में टीम के पहुंचते ही अस्पताल परिसर मे हडकंप मच गया। 


पचास बेड के मैटरनिटी विंग के निर्माण कार्यो के स्थलीय जांच व परीक्षण में टीम ने तीन घण्टे तक निर्माणाधीन तीन मंजिला अस्पताल की गुणवत्ता की जांच मे जमकर मशक्कत की। 


टीम के पहुंचने के बावजूद निर्माण निगम के अधिशाषी अभियंता सुनील कुमार के काफी विलम्ब से पहुंचने पर उन्हें प्राविधिक परीक्षक की फटकार झेलनी पड़ी। 


विशेषज्ञ टीम ने कार्यदायी संस्था से सवाल पूछा कि आखिर अब तक इसका निर्माण क्यों नही पूरा हो सका तो कार्यदायी संस्था के अफसर व कर्मी बगले झांकने लगे। 


अस्पताल का निर्माण तेरह अक्टूबर 2018 मे शुरू हुआ था। शासन द्वारा इसके पूर्णता के लिए अक्टूबर 2020 की समय सीमा तय की थी। 


इसके बाद कार्यदायी संस्था के प्रत्यावेदन पर एक वर्ष की और मोहलत शासन ने दे दी। जुलाई माह मे भी निर्माण कार्य पूरा न होने पर जांच टीम भडक उठी। 


जांच टीम ने अस्पताल के प्रतीक्षालय तथा अभ्यागत कक्ष के साथ ऊपरी मंजिलों पर भी सीमेण्ट एवं मोरंग व टाइल्स आदि का सैम्पल लिया गया। टीम सैम्पल को सीज कर गुणवत्ता के लिए अपने साथ ले गयी। 


खिडकियों के बाबत जब अवर अभियंता से उसकी लम्बाई चौडाई पूछी गई तो वह निरूत्तर दिखे। सैम्पल लेते समय मोरंग तथा सीमेण्ट के प्लास्टर भरभरा कर गिरने लगे। 


इसे देख भी टीम की त्यौरियां चढ़ आयी। निर्माण निगम के अधिशाषी अभियंता समेत ठेकेदारों को जांच के दौरान टीम के सामने लगातार गिडगिडाते भी देखा गया। 


टीम में चीफ महेशचंद्रा भी निर्माण की प्रगति धीमी पाकर खफा दिखे। टीम को लिफ्ट स्थापित कराये जाने को लेकर बनाये गये चैम्बर में भी प्रारंभिक सुरक्षा के उपाय न मिलने पर असंतोष जताते देखा गया। 


जांच के समय अस्पताल परिसर में मरीजों के तीमारदारों के साथ स्थानीय लोगों की भी काफी भीड़ जुट गयी।


 विधायक प्रतिनिधि भगवती प्रसाद तिवारी तथा चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी व मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने टीम के सदस्यों को महिला अस्पताल के निर्माण में शिथिलता बरतें जाने के बाबत जानकारियां देते दिखे।

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