सुरक्षा एजेंसियां बनी अंजान भारतीय राजस्व को लगा रहे चूना
आनंद गुप्ता
पलिया कलां खीरी- गौरीफंटा। भारत - नेपाल सीमा पर नेपाली महिला कैरियर द्वारा मोहाना नदी घाट व जंगलों के रास्ते से चीनी की तस्करी जमकर की जा रही है।
रोजाना सैकड़ों क्विंटल चीनी तस्करी कर नेपाल पहुंचाई जा रही है। नेपाल में चीनी 88 रुपये प्रति किलो भारतीय करेंसी में मिलती है,
जबकि गौरीफंटा की बनगवां बाजार में 40 रुपये प्रति किलो चीनी के दाम हैं। ऐसे में महिला कैरियर को करीब पांच - छह किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद छह रुपये प्रति किलो के दाम चीनी नेपाल पहुंचाने पर मिलते हैं,
जिसके चलते नेपाली महिला कैरियर झोलों व बोरों में प्रतिदिन कई चक्कर लगाकर नेपाल चीनी की तस्करी करती हैं।
गौरीफंटा बॉर्डर पर नदी घाट से नेपाल चीनी ले जाती महिला कैरियर संवाद रास्तों से लगातार चीनी तस्करी का धंधा चला रही है ।
इस पर सुरक्षा एजेंसियों की भी नजर नहीं पड़ती है। गौरीफंटा के बनगवां, कजरिया, सूंड़ा, चंदन चौकी आदि मंडियों से चीनी तस्करी कर नेपाल पहुंचाई जा रही है ।
सूत्रों से मिली जानकारी में बताया गया है कि दो नंबर की चीनी को खपाने के लिए भारतीय राजस्व को तो चूना लगाया ही जा रहा है ।
साथ ही साथ बॉर्डर पर गांव में बने सक्रिय अड्डों में बडी मात्रा में चीनी को एकत्रित कर महिलाएं कैरियरों के द्वारा प्रतिदिन 100 से 500 बोरी साइकिलों पर लादकर नदी घाटों से नेपाल पार कराई जाती है ।
फिर चलता है ने नेपाल में बैठे तस्करों के रिश्तेदारों का खेल जो बड़े-बड़े नेपाल में गोदाम बना कर कमा रहे मोटी रकम और भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अनजान बनी बैठी हैं।
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