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लालगंज:देनदारों से पिंड छुड़़ाने के लिए खुद मुंबई चला गया था गायब व्यापारी सूरज



आलोक शुक्ला 

लालगंज प्रतापगढ़। लालगंज लालगंज बाजार से गायब हुए स्टेशनरी व्यवसायी खुद नाटकीय ढंग से बुधवार को मुंबई से अपने मामा के घर पहुंच गया। 


पिछले पांच दिनों से गायब व्यापारी को लेकर हलाकान हुई लालगंज पुलिस ने भी गायब व्यापारी के सकुशल होने की सूचना पर राहत की सांस ली। 


गायब व्यापारी ने कई लोगों से लाखों रूपए कर्ज ले रखा था और देनदारों को रूपए वापसी को लेकर आज कल का महज भरोसा भी दिला रहा था। 


देनदारों के द्वारा रूपए वापसी को लेकर जब उसपर दबाव बढ़ा तब उसने बिना किसी को बताए घर छोड़ दिया। 


लालगंज कोतवाली के भवराम बोझाी निवासी स्व. राजू पांडेय के पुत्र ऋषभ पांडेय उर्फ सूरज ने लालगंज बाजार में स्टेशनरी की दुकान खोल रखी है। 


पिछले सप्ताह शुक्रवार को वह दुकान से घर नही पहुंचा। इस पर परिजन परेशान हो उठे। दूसरे दिन शनिवार को सूरज के गायब होने की जानकारी बाजार में हुई तो व्यापारियों ने भी आक्रोशित होकर कोतवाली का घेराव किया। 


पुलिस ने गायब व्यापारी के भाई रीतेश की तहरीर पर मामले में गुमसुदगी दर्ज कर ली। सीओ प्रशिक्षणाधीन अमर नाथ गुप्ता और प्रभारी निरीक्षक कमलेश पाल की अगुवाई में एसपी सतपाल अंतिम ने खोजबीन के लिए टीम गठित की। 


पुलिस ने गायब सूरज का दोनो नंबर सर्विलांस पर लगवाया। उसके बैंक खाते की पुलिस ने पड़ताल की तो जानकारी मिली की उसने कई लोगों से कर्ज भी ले रखा है। 


पुलिस ने दूसरे दिन कर्जदारों को भी कोतवाली बुलवाया। इधर सूरज के मोबाइल के एक नंबर का लोकेशन सोमवार को मुंबई मिला। इसके बाद पुलिस ने उसके परिजनों को सूचित किया और मुंबई में रह रहे सूरज के रिश्तेदारों से वहां तलाश करने को कहा। 


इधर बुधवार की सुबह गायब सूरज मुंबई से अपने मामा के घर सोरांव प्रयागराज पहुंच गया। पुलिस को सूरज ने अपने सकुशल लौटने की जानकारी दी। 


इस पर स्थानीय पुलिस ने उसे थाने बुलवाया है। सूत्रों के मुताबिक सूरज ने पुलिस को भी बताया कि देनदारों को लेकर दबाव के कारण वह मुंबई चला गया। 


इधर पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि सूरज के मुंबई में होने की सूचना उसके परिजनों को कब मिली और क्या परिजनों ने भी जान बूझकर पुलिस को सही सूचना सही समय पर नही दी। 


हालाकि सूरज के गायब होने के तीसरे दिन से ही बाजार में यह चर्चा होने लगी कि वह ज्यादा कर्जी होने के कारण अपनी मर्जी से ही कहीं चला गया है। सूरज के गुमसुदगी का भले ही पटाक्षेप हो गया किन्तु स्थानीय पुलिस दर्ज गुमसुदगी को लेकर कई बिन्दुओं पर अंदर ही अंदर छानबीन में जुटी हुई बताई जाती है।

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