सुनील उपाध्याय
दुबौलिया.बस्ती।जिले के दुबौलिया विकासखंड के विशेश्वरगंज बाजार में चल रहे राम कथा कथा के छठे दिन के अंतर्गत भगवान श्री राम जी की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया ।
जिसमें कथावाचिका दीदी कनकेश्वरी ने ने बताया कि भगवान के बाल रूप को देखने के लिए कैलाश से चलकर स्वयं महादेव शंकर अयोध्या में आए और साधु का भेष बनाकर के राम जी का दर्शन किए।
कथा के अंतर्गत श्रवण कराया गया कि दशरथ जी ने अपने चारों पुत्रों का नामकरण संस्कार अपने गुरुदेव वशिष्ठ जी के द्वारा करवाया तत्पश्चात भगवान के अन्य लीलाओं का भी वर्णन किया गया ।
जिसमें भगवान की चलने की लीला भोजन लीला एवं चंद्रमा के लिए किस प्रकार ठाकुर जी ने जिद किया इस माधुरी पूर्ण लीला का भी रसपान कराया। जब चारों भैया कुमार अवस्था को प्राप्त हुई तो गुरु वशिष्ट जी के आश्रम में जाकर के विद्या अध्ययन की।
सारी विद्या को प्राप्त करके राम जी अपने अन्य भाइयों के साथ पुनः अयोध्या चले आए । आगे कथा के माध्यम से देवी जी ने वर्णन किया कि कालांतर में राक्षसों के आतंक से परेशान होकर के महर्षि विश्वामित्र अयोध्या में राम जी को प्राप्त करने की इच्छा से आए जिससे महर्षि विश्वामित्र द्वारा विश्वकल्याण के लिए जो यज्ञ चल रहा था उसे संपूर्ण किया जा सके।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ