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नवाबगंज:पौधे मानव जीवन के भविष्य संरक्षण अवश्य करें

 


पंश्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या 

गोण्डा।जिस प्रकार छोटे बच्चों का पालन पोषण कलने के बाद एक परिपक्व नागरिक बनाया जाता है। उसी प्रकार पौधशाला में छोटे छोटे पौधों की देखभाल करनी चाहिये।


 पौधे कुछ बडे होने पर जब उन्हें अन्य जगह रोपित किया जाता है तो वही पौधे बडे होकर स्वस्थ दिखाई देते हैं।जिससे अपार खुशी होती है। 


यह बाते उत्तर प्रदेश की  मुख्य वन संरक्षक मध्य क्षेत्र रेणु सिंह ने टिकरी रेंज के रामगढ वन प्रभाग में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर लोगों को सम्बोधित करते हुए कही। कार्यक्रम का संचालन रेंजर टिकरी विनोद कुमार नायक ने किया।


 बुधवार को टिकरी जंगल में बने गेस्ट हाउस पर प्रदेश स्तरीय नर्सरी सेंसिटाइजेशन एवं पौधशाला तकनीक तथा अग्रिम मृदा कार्य संबन्धी कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिधि देवीपाटन वृत एवं सरजू वृत के वन संरक्षक  डाक्टर अनिरूद्ध पान्डेय रहे। 


श्री पान्डेय ने अपने सम्बोधन में कहा कि पौधशाला में वर्मी कम्पोस्ट,वर्मी वास आदि का प्रयोग करें। किसी भी दशा में प्रतिबंधित दवाओं का प्रयोग न करे। डीएफओ पंकज शुक्ला ने कहा कि प्रारम्भ से ही कायारियों को समतल कर वेड क्यारी बनाये ।


थैला भरान के समय थैलों में सिकड़न नही होनी चाहिये अन्यथा पौधो की जडे क्वायल बना लेती है जिससे पौधों का विकास नही हो पाता है। कार्यशाला में डीएफओ बाराबंकी ,अयोध्या,सुल्तानपुर,अमेठी,बहराइच, श्रावस्ती  ने भी पौधशाला प्रबंधन पर अपने अपने विचार एवं सुझाव रखे। 


इस मौके पर  पूर्वी वृत्त के वन संरक्षक एसपी सिंह,कुवानों के रेंजर वकीउल्लाह,रेंजर पडरी कृपाल  ओपी श्रीवास्तव, रेंजर विनायक सिंह, रेंजर अयोध्या मोहम्मद इलयास खां, रेंजर अब्दुल्लगंज  हेमंत मणि बहराइच, वन दरोगा मनीष सिंह,वन दरोगा आशीष सिंह ,रामजियावन सिंह ,वन दरोगा आज्ञाराम मौर्य,ओम प्रकाश, वन रक्षक विनय कुमार,मोहम्मद शफीक आदि तमाम लोग मौजूद रहे।

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