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वित्तीय जागरूकता की अहम कड़ी हैं एफएलसी आरपी:प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी आर सी शर्मा



विनोद कुमार 

प्रतापगढ़। बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान के परिसर में प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी आर.सी. शर्मा ने एफएलसीआरपी और अन्य नए महिला प्रशिक्षण प्राप्त उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि समूह की महिलाएं न केवल सुदूर गांव में वित्तीय जागरूकता को बढ़ावा दे रही हैं वरन एक दूसरे की समस्याओं का समाधान भी करती हैं।



 जिससे ये गरीबी, बेरोजगारी तथा निरक्षरता के   चक्रव्यूह से निकलकर सशक्तिकरण  की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं और न  केवल आर्थिक बल्कि सामाजिक एवं   राजनैतिक आयामों की ओर भी अग्रसर हैं। स्वंय सहायता समूह की सहायता से  महिलाओं ने एक नई पहचान बनाई  है।


 इसके साथ ही महिलाओं को अन्य महिलाओं के साथ अपने सम्बन्धों को मजबूत करने तथा एक दूसरे की मदद करते हुए अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में विशेष योगदान दिया है। समूह में कार्य करने के कारण महिलाओं के आत्मविश्वास, स्वाभिमान, आत्मगौरव में वृद्धि होती है।


 घरेलू परिधि के बाहर एक समूह के रूप में छोटी - छोटी बचत इकट्ठी करके ऋण लेकर बैंक कर्मचारियों से संपर्क कर लघु उद्यम स्थापित करके समूह की कार्यवृद्धि करने से उन्हें गौरव महसूस होता है। 


इस अवसर पर उपायुक्त मनरेगा/ प्रभारी उपायुक्त स्वरोजगार इन्द्र मणि त्रिपाठी ने  सशक्तिकरण को सुयोग्यता,  आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास के साथ विकास के समान अवसर उपलब्ध  करना, मनचाही शिक्षा प्राप्त करने  का अधिकार देना व घर - परिवार, समाज के बारे में स्वतंत्र निर्णय करने का हक होना बताया।


 जिसके लिए जरूरी है पुरुष प्रधान समाज में  स्त्रियों के साथ होने वाले भेदभाव के  बारे में वे जागरूक बनें एवं स्वयं में उद्यमशीलता का विकास करने में समर्थ हो सकें। डीएमएम सुनीता सरकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि उद्यमशीलता आज के समय की आवश्यकता है। 


महिला यदि उद्यमी होती हैं तो इस प्रशिक्षण के माध्यम से अपने साथ अन्य समूह की महिलाओं के अतिरिक्त, समाज के अन्य महिलाओं को जोड़ते हुए विकास के, आर्थिक स्वावलंबन के नए आयाम स्थापित कर सकती हैं। 


संस्थान के निदेशक जितेंद्र प्रसाद ने कहा कि हमारे संस्थान द्वारा आगामी मार्च तक के मध्य मशरूम उत्पादन, फोटोग्राफी वीडियोग्राफी टेक्निक, मोबाइल रिपेयरिंग, जूट के उत्पाद  आदि के लिए प्रशिक्षण दिये जाने की योजना प्रस्तावित है।


 कार्यक्रम का संचालन वित्तीय साक्षरता एवं ऋण समन्वयक शिशिर खरे ने किया। इस अवसर पर गायत्री सिंह, उमेश दुबे, संजीव कुमार, अमृता दुबे, शांतनु शेखर सिंह, पूजा श्रीवास्तव, रचना विश्वकर्मा, पूजा गौतम, मंजू देवी, अर्चना यादव, मनीषा देवी, आरती जयसवाल, सीतादेवी मौर्य, सुनीता पटेल, सुनीता वर्मा, हेमलता, किरण, नीतू केसरवानी, प्रीति धुरिया, सविता कुमारी, वंदना यादव, प्रमिला गौतम, दीपम, अनु वर्मा, बबीता पटेल, शर्मिला गौतम, नीलम देवी, आदि उपस्थित थीं।

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