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नेपाल में गठबंधन सरकार मुश्किल में, रामचंद्र पौडेल की राष्ट्रपति की उम्मीदवारी को लेकर 4 मंत्रियों ने प्रचंड सरकार से दिया सामूहिक इस्तीफा



उमेश तिवारी

काठमांडू / नेपाल:नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राम चंद्र पौडे़ल का शनिवार को आठ राजनीतिक दलों के समर्थन के बाद अगला राष्ट्रपति बनना तय है, लेकिन इस घटनाक्रम से प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल 'प्रचंड' की नाजुक दो महीने पुरानी सरकार गिर सकती है। जो हिमालयी राष्ट्र को एक बार फिर राजनीतिक उथल-पुथल में डुबो सकता है।

प्रमुख विपक्षी दल नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पौडे़ल को प्रधान मंत्री प्रचंड के सीपीएन-माओवादी केंद्र सहित आठ राजनीतिक दलों ने समर्थन दिया, जिन्होंने अपनी उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए अपने गठबंधन सहयोगी के पी शर्मा ओली के उम्मीदवार को दरकिनार कर दिया।


राष्ट्रपति पद के लिए नेपाली कांग्रेस के नेता रामचंद्र पौडे़ल की उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए नेपाली कांग्रेस, सीपीएन-माओवादी केंद्र, जनता समाजवादी पार्टी और सीपीएन (एकीकृत समाजवादी) पार्टी समेत आठ दलों का नया गठबंधन बनने के मद्देनजर आरपीपी ने सरकार से हटने का फैसला किया है। हालांकि, आरपीपी ने औपचारिक रूप से सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की घोषणा नहीं की है।


नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पौडे़ल का राष्ट्रपति पद के लिए आठ राजनीतिक दलों ने समर्थन किया, जिससे उनका इस शीर्ष पद के लिए निर्वाचित होना लगभग तय हो गया है। प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल प्रचंड’ ने गठबंधन सरकार में साझेदार पार्टी के प्रत्याशी से किनारा कर विपक्षी नेपाली कांग्रेस के नेता पौडे़ल का इस शीर्ष पद के लिए समर्थन किया है।


मंत्रिपरिषद् से स्तीफा देने वालों में आरपीपी के नेता लिंगडेन के पास ऊर्जा, जल संसाधन एवं सिंचाई मंत्रालय, उपाध्यक्ष बिक्रम पांडे के पास शहरी विकास मंत्रालय एवं नेता ध्रुव बहादुर प्रधान के पास कानून, न्याय और संसदीय कार्य मंत्रालय था। इसी तरह, दीपक बहादुर सिंह ऊर्जा राज्यमंत्री थे।


आरपीपी 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 14 सीट के साथ पांचवीं सबसे बड़ी पार्टी है। सीपीएन (माओवादी केंद्र) के अध्यक्ष और प्रधानमंत्री प्रचंड द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए नेपाली कांग्रेस के नेता रामचंद्र पौडे़ल का समर्थन करने से सत्तारूढ़ गठबंधन को एक झटका लगा है। राष्ट्रपति चुनाव ने सात दलों वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के भविष्य पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है।


नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पौडे़ल का राष्ट्रपति पद के लिए आठ राजनीतिक दलों ने समर्थन किया, जिससे उनका इस शीर्ष पद के लिये निर्वाचित होना लगभग तय हो गया है। प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल प्रचंड’ ने गठबंधन सरकार में साझेदार पार्टी के प्रत्याशी से किनारा कर विपक्षी नेपाली कांग्रेस के नेता पौडे़ल का इस शीर्ष पद के लिए समर्थन किया है।


पौडेल नौ मार्च को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में सीपीएन (एमाले) के उम्मीदवार सुबास नेवांग के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. पौडेल (78) और नेमवांग (69) ने शनिवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। पौडे़ल के राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी का उत्तराधिकारी बनने की प्रबल संभावना है क्योंकि आठ दलों, नेपाली कांग्रेस, नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएन)-माओवादी केंद्र, सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट, राष्ट्रीय जनता पार्टी, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनमोर्चा, नागरिक उन्मुक्ति पार्टी और जनमत पार्टी ने उनके पक्ष में मतदान करने का फैसला किया है।


पौडे़ल की उम्मीदवारी का प्रस्ताव नेपाली कांग्रेस अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा, सीपीएन (एकीकृत समाजवादी) के अध्यक्ष माधव कुमार नेपाल, माओवादी केंद्र के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नारायण काजी श्रेष्ठ, जनता समाजवादी पार्टी के संघीय परिषद अध्यक्ष अशोक राय और जनमत पार्टी के अब्दुल खान ने रखा था। आठ राजनीतिक दलों के समर्थन से पौडेल की चुनाव में जीत लगभग तय है।


नेपाली राष्ट्रपति का चुनाव 882 उम्मीदवार करेंगे, जिनमें से 332 सदस्य संसद के हैं, जबकि बाकी 550 सदस्य सात प्रांतीय विधानसभाओं के हैं. संसद के एक सदस्य का मत मूल्य 79 है, जबकि प्रांतीय विधानसभा के एक सदस्य का राष्ट्रपति चुनाव में मत मूल्य 48 है।

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